Vegetables Price : सब्जियां उछल रहीं, फलों ने खाया भाव,थम नहीं रही मंहगाई, नई फसल आने के बाद मिलेगी राहत

Vegetables Price : सब्जियां उछल रहीं, फलों ने खाया भाव,थम नहीं रही मंहगाई, नई फसल आने के बाद मिलेगी राहत
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पुरानी सब्जियों की फसल लगभग खत्म होने को है, इसलिए थोक सब्जी मंडी में भी सब्जियों की आवक काफी घट चुकी है। इस कारण थोक और चिल्हर में सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि माहांत तक मंडियों में सब्जियों की नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। पढ़िए पूरी खबर ...

रायपुर । इन दिनों सब्जियों (vegetables)और फलों (fruits)के आसमान छू रहे दाम ने एक बार फिर आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है। फल-सब्जियों के बढ़ते दाम भी लोगों के सेहत पर भारी पड़ने लगे हैं। संतरा, अनार, मौसंबी, चीकू जैसे फल चिल्हर में जहां 80 से 100 रुपए किलो हो गए हैं, वहीं सेब क्वालिटी के अनुसार 120 से 300 रुपए तथा अनार के दाम 200 से 300 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। सब्जियों में भी बरबट्टी, शिमला मिर्च, करेला, सेमी, खेक्सी, परवल, हरी मिर्च आदि के भाव 80 रुपए किलो हैं । मसाले के तौर पर उपयोग में लाई जाने वाली लहसुन, अदरक के भाव भी किलो में 180 से 200 तक पहुंच गए हैं। इस तरह सब्जियों और फलों के दाम में आई महंगाई ने आम जनता को परेशान किया हुआ है।

नई फसल से मिलेगी महंगाई से राहत

थोक एवं चिल्हर सब्जी विक्रेता राहुल साहू ने बताया कि, पुरानी सब्जियों की फसल लगभग खत्म होने को है, इसलिए थोक सब्जी मंडी में भी सब्जियों की आवक काफी घट चुकी है। इस कारण थोक और चिल्हर में सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि माहांत तक मंडियों में सब्जियों की नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। इसके बाद सब्जियों के दाम घटने लगेंगे। फिलहाल आगामी पखवाड़े भर सब्जियों के दाम बढ़े रहेंगे।

कम आवक, पितृपक्ष में बढ़ गए फलों के दाम

शास्त्री बाजार के चिल्हर फल विक्रेता चिंटूभाई ने बताया कि पितृपक्ष के कारण फलों की आवक कम हो गई है, जिसका असर फलों के दाम पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि संतरा, खरबूजा, मौसंबी, कलिंदर, रसभरी, चीकू, केला आदि फलों के दाम 10 से 30 रुपए तक बढ़े हैं, लेकिन अनार और सेब के भाव में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। क्वालिटी के •अनुसार अनार 220 से लेकर 300 रुपए तक एवं सेब भी 120 से 300 रुपए किलो तक बेच रहे हैं।

45 प्रतिशत तक घटी आवक

थोक सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष टी.श्रीनिवास राव रेड्डी ने बताया कि, मंडी में अभी भी 70 प्रतिशत सब्जियों की आवक दूसरे राज्यों से हो रही है। लोकल सब्जियों में टमाटर, लौकी, बैंगन, कुंदरू आदि सब्जियों की आपूर्ति हो रही है। इसके कारण इन सब्जियों की कीमत कम है, वहीं शिमला मिर्च, अदरक, हरा धनिया, हरी मिर्च, बरबट्टी, तोरई, परवल, करेला, मुनगा आदि सब्जियों की आवक दूसरे राज्यों से हो रही है। इन सब्जियों की आवक भी लगभग 35-45 प्रतिशत कम हो गई है

फलों के दाम प्रति किलो में (चिल्हर

अनार 220 - 300

सेब 120 - 300

चीकू 100

खरबूजा 100

संतरा 80-100

मौसंबी 80

रसभरी 150

केला 50-60

मूंगफली 100-120

सिंघाड़ा 70-80

शिमला मिर्च 80

बरबट्टी 80

फूलगोभी 60

बैंगन 50-60

परवल 70-80

करेला 70-80

तोरई 70-80

कच्चा केला 40

कुंदरू 40-50

अदरक 150-160

करेला 70-80

मुनगा 70-80

हरी मिर्च 80

हरा धनिया 180-200

पत्तागोभी 40

लौकी 40-50

कुम्हड़ा 40

टमाटर 20-25

कोचई 80

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