चिलचिलाती धूप में घंटों बैठे रहे ग्रामीण : कलेक्ट्रेट कार्यालय के काटते रहे चक्कर...जाने क्यों

चिलचिलाती धूप में घंटों बैठे रहे ग्रामीण : कलेक्ट्रेट कार्यालय के काटते रहे चक्कर...जाने क्यों
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सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और गांव बंद करने बात कही, इससे पहले भी ग्रामीणों ने मंत्री अनिला भेड़िया के घर को घेरने की धमकी दी थी।...ग्रामीणों ने ऐसा क्यों किया...पढ़िए पूरी खबर

दीपक मित्तल/बालोद- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लाक ग्राम अरज पूरी में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और गांव बंद करने बात कही, इससे पहले भी ग्रामीणों ने मंत्री अनिला भेड़िया के घर को घेरने की धमकी दी थी। ग्रामीणों का कहना है कि, गांव में एक व्यक्ति ने पोल्ट्री फार्म खोला है। जिसकी बदबू से पूरा गांव काफी परेशान चल रहा है। साथ ही कहा कि, हमरा जीवन मक्खियों की चपेट में है। इसके अलावा खाना-पीना सब दुर्भर हो गया है, बता दें, ग्रामीण करीब डेढ़ सालों से उसे बंद कराने की मांग कर रहे हैं। लेकिन अब तक किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। जिसके कारण हम गांव बंद कर सैकड़ों की संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचे हुए हैं। लेकिन हमें कलेक्टर से मिलने नहीं दिया जा रहा है।

अधिकारी ग्रामीणों को मनाने की कर रहे कोशिश...

कलेक्टर के ना मिलने पर ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर घंटों से बैठे हुए हैं। जिसके कारण यातायात प्रभावित हो रहा है, कलेक्ट्रेट आने-जाने के मुख्य मार्ग पर लोगों को बाहर गाड़ी खड़ी करके पैदल आना पड़ रहा है। अधिकारी लगातार उन्हें मनाने के लिए जुटे रहे, इनमें से एसडीओपी थाना प्रभारी एसडीएम तहसीलदार और एसडीएम ग्रमीणों को मनाते रहे, लेकिन उन्होंने अधिकारियों की एक न सुन, तब जाकर अधिकारियों ने कहा कि, अपने कागज हमें दे दीजिए हम कलेक्टर साहब तक पहुंचा देते हैं। इसके बावजूद ग्रामीण कलेक्टर से मिलने को अड़े रहे, ग्रामीणों की मांग थी कि, हम सैकड़ों की संख्या में आए हैं। तो सभी के सभी कलेक्टर से मिलकर अपनी बात को रखेंगे, हम डेढ़ सालों से अधिकारियों के चक्कर काटकर परेशान हो गए हैं।

मिक्सचर और बिस्किट खाकर वापस आ जाते हैं अधिकारी- सरपंच

ग्राम की सरपंच कुहकी मंडावी ने बताया कि, हम बीते शिकायत लेकर पहुंचे हुए थे। अपनी समस्याओं को बताथा, परंतु किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया। हम चाहते हैं कि, पोल्ट्री फार्म को बंद कर दिया जाए। सरपंच ने आरोप लगाया कि जांच में अधिकारी जाते तो हैं, लेकिन मिक्सचर और बिस्किट खाकर वापस आ जाते है। ना ही सरपंच को सूचना दी जाती है, ना ही औपचारिक जांच की जा रही है। जिसके कारण हम लोग असंतुष्ट हैं, सरपंच ने बताया कि, मवेशियों को पालना खलत है, मक्खियां भिन्न-भिन्न आती रहती है और बदबू का साया गांव में रहता है। खाने पीने की सामग्रियां दूषित हो जाती है।

न्यायिक जांच हो रही है- एसडीएम

डौंडीलोहारा के एसडीएम मनोज मरकाम ने ग्रामीणों को बताया कि, यह एक न्यायालयीन प्रक्रिया है। क्योंकि उन्हें नोटिस जारी किया गया है और नोटिस के जवाब के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी, इसके साथ ही बाकी अधिकारी और कर्मचारियों ने भी ग्रामीणों को समझातो हुए कहा कि, जो भी होगा नियम के अनुसार होगा, लेकिन ग्रामीण इतने परेशान है कि, वह सड़क पर ही कड़ी धूप में घंटों बैठे रहे।

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