ये खरीदी केंद्र है या खेत : अंकुरित हुआ किसानों से खरीदा गया धान, उठाव में भारी लापरवाही का दिखा दुष्परिणाम

ये खरीदी केंद्र है या खेत : अंकुरित हुआ किसानों से खरीदा गया धान, उठाव में भारी लापरवाही का दिखा दुष्परिणाम
X
कोरिया जिले के खड़गवां विकासखंड के धान खरीदी केंद्र कटकोना और पोड़ी में रखा धान अंकुरित होने लगा है। समय पर धान उठाव नहीं होने के कारण, बेमौसम बारिश से यहां किसानों से खरीदा गया धान अंकुरित होने लगा है। कई बोरियां तो पूरी तरह से अंकुरित हो गई हैं। पढ़िये पूरी खबर-

कोरिया। कोरिया जिले के खड़गवां विकासखंड के धान खरीदी केंद्र कटकोना और पोड़ी में किसानों से खरीदा गया धान अंकुरित होने लगा है। समय पर धान उठाव नहीं होने के कारण ऐसे हालात बने हैं। बेमौसम बारिश से यहां खरीदे गए धान अंकुरित होने लगे हैं, कई बोरियों में भरा धान तो पूरी तरह से अंकुरित ही हो गया है। दृश्य ऐसा है मानो ये धान खरीदी केंद्र नहीं बल्कि किसी किसान का खेत हो, और किसान ने अगली फसल के लिए थरहा लगाया हो। नियम के मुताबिक 72 घंटे में धान का उठाव कर इन्हें संग्रहण केन्द्र या राइस मिल में भिजवाना होता है, लेकिन जिला विपणन विभाग के अधिकारी धान के उठाव को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों हुई बारिश से केन्द्रों में धान भीग चुका है। जिले में 41 धान उपार्जन केंद्रो में अब तक 25 हजार 40 किसानों से एक लाख 18 हजार 352 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसमें 50 हजार 754 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है। धान खरीदी केन्द्रों में 67 हजार 600 मीट्रिक टन धान का उठाव नही किया गया है।

मामले में जिला विपणन विभाग के अधिकारी कहना है कि धान खरीदी केन्द्रों में 67 हजार 600 मीट्रिक टन धान का उठाव नही किया गया है। प्रतिदिन राइस मिलर को धान उठाओ के लिए 20 से 25 हजार मेट्रिक टन धान का राइस मिलर को डीओ जारी किया जा रहा है। धान भीगने की जानकारी नहीं मिली है खरीदी केंद्र के प्रबंधक के द्वारा हल्का-फुल्का धान बेचने की जानकारी मिली थी। अंकुरित धान अगर हुए हैं तो जानकारी लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रबंधक पर कार्रवाई की जाएगी।देखिये वीडियो-





Tags

Next Story