अफसरों की भरमार, फिर भी समस्याओं का अंबार : जनता के असली खलनायक कौन...अफसर या जनप्रतिनिधि, पढ़िए क्या कहते हैं लोग

तुलसी राम जायसवाल /भाटापारा- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में ब्लॅाक संबधित हितग्राहियों को योजना का लाभ देने और जनता की किसी भी तरह की समस्या का समाधान करने के लिए आठ कलेक्टरों को नियुक्त किया गया है। इसके बावजूद जनता की समस्या का निराकरण नहीं निकल पा रहा। ब्लॉक के अधिकारी दौरे के नाम पर कार्यलय में नहीं मिलते, अगर लोग ऑफिस में फोन लगाते है तो फोन कॉल रिसिव नहीं किया जाता। यही सब देखते हुए ऐसा लगता है कि, जिले में बैठे अधिकारियों का नियंत्रण अपने ब्लॉक अधिकारियों पर नहीं है।
इन अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी...
बलौदाबाजार-भाटापारा में आठ कलेक्टर कि नियुक्ति कि गई है। जिसमें एक कलेक्टर चंदन कुमार, एक सहायक कलेक्टर नम्रता जैन, एक अपर कलेक्टर बी.सी. एक्का, दो संयुक्त कलेक्टर अनुपम तिवारी और मिथलेश डोंडे, तीन डिप्टी कलेक्टर अरूण कुमार सोनकर, नितिन तिवारी, रामरतन दुबे...इसके अलावा जिले के पांच ब्लॉक में एक-एक अनुविभागीय अधिकारी जो डिप्टी कलेक्टर श्रेणी की में आते है। इसके बाद भी ब्लॉक कि जनता का समस्या का समाधान नहीं हो रहा।
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि...
आपको बात दे कि, इस मामले में भाटापारा भाजपा के विधायक शिवरतन शर्मा (Shivratan Sharma) से बातचीत की गई तो उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अधिकारियों की नियुक्ति पेमेंट के हिसाब से होगी तो जनता को नुकसान होने से कोई नहीं रोक सकता, इस मामले में अधिकारियों को दोष नहीं दिया जा सकता, इसके लिए राज्य सरकार पेमेंट बेस में नियुक्ति बंद कर दे तो जानता के कार्य पूरे हो जाएंगे।

पेमेंट बेस की नियुक्ति भाजपा सरकार में चलती थी...
इस मासले में कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याषी सुनील महेष्वरी (Sunil Maheshwari) ने कहा कि, राज्य सरकार ईमानदार है, हमलोग पैसे को सीधा खाते में देते हैं और 5 लाख रूपए सीधा किसान के खाते में जाता है। रमन सरकार जैसे 1000-1500 के मोबाईल को 5000 से ज्यादा में खरीदी करके नहीं बेचते, पेमेंट बेस की नियुक्ति भाजपा सरकार में चलती थी। शिवरतन शर्मा को आरोप लगाना हैं तो वो नाम बताए कि किसको पेमेंट किया गया है। ऐसे बंद कमरे में बैठकर आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा।

क्या कहते हैं आम नागरिक...
भाटापारा में प्रिंटीग प्रेस संचालक अजय साहु (Ajay Sahu) ने कहा कि, क्षेत्र का जनप्रतिनिधी जब निकम्मा हो जाए तो वही हाल होता है जो भाटापारा का हो रहा है। भाटापारा क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। अब इसका खामियाजा यहां की जनता भूगत रही है। जिले में जो विकास कार्य रूके हुए हैं, इसके लिए जनप्रतिनिधी जिम्मेदार हैं।

कांग्रेस और भजपा एक दूसरे पर आरोप लगाना बंद करें...
बहुजन समाज पार्टी के जिला प्रभारी कात्यायनी देवी वर्मा (Katyayani Devi Verma) ने कहा कि, कांग्रेस और भजपा एक दूसरे पर आरोप लगाना बंद कर दें। चुनाव के समय जैसे आम नागरिक पर ध्यान दिया जाता है। वैसे ही यह जनप्रतिनिधी अपने क्षेत्र के जनता पर ध्यान दें। अगर ऐसा करेंगे तो आम नागरिकों को अधिकारियों के दरवाजे पर नहीं भटकना पड़ेगा।

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