किसान की आत्महत्या का जिम्मेदार कौन: सोसायटी के प्रबंधक को किया बर्खास्त, सांसद ने कार्रवाई की मांग...37 किसान फर्जी कृषि लोन का हुए शिकार

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के खल्लारी में 37 किसानों के नाम पर फर्जी कृषि लोन निकाला गया था। जिससे परेशान होकर एक किसान ने सोसाइड कर लिया, किसान का नाम आनंद राम है और उसकी उम्र 35 साल की बताई जा रही है। इस घटना के बाद मेंढ़ा सोसायटी के प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा को पद से हटा दिया गया। इसके अलावा सांसद संतोष पांडेय ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। जिन किसानों के नाम पर फर्जी लोन लिया गया था वे कई सालों से बेहद परेशान है। सवाल यह उठता है कि क्या सांसद संतोष पांडेय की पहल पर किसानों पर लगे फर्जी कृषि लोन को वापिस किया जाएगा?

कितने साल पुराना है यह मामला ?
2002 में सोसायटी के पूर्व प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने किसानों के नाम पर कर्ज लिया था। जिसके बाद उनपर एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन उस वक्त कोई कार्रवाई नहीं की गई, वहीं कर्ज के दबाव में आकर 9 अप्रैल को आनंद राम नाम के एक किसान ने आत्महत्या कर ली। इससे पहले मृतक किसान और उसके बेटे के बीच केसीसी ऋण को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद किसान ने यह भयानक कदम उठा लिया। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में 41 लाख 76 हजार रुपए की आर्थिक अनियमितता समिति प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने की है। हालांकि सूचना मिलने पर परिवार को न्याय दिलाने के लिए गांव के लोग कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे।
ग्रामीणों ने मेंढ़ा सोसायटी के प्रबंधक के खिलाफ लगाए थे आरोप...
मेंढ़ा सोसायटी के प्रबंधक रहे कुलदीप विश्वकर्मा पर ग्रमीणों ने फर्जी कर्ज को लेकर कई तरह के आरोप लगाए थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और न ही कोई कार्रवाई की, जिसका अंजाम बेगुनाह किसान को भुगतना पड़ा, मृतक के जीजा भागवत चंद्रवंशी ने कहा कि सोसायटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने कर्ज के नाम पर निकाले गए रुपयों को लौटाने की बात कही थी। लेकिन सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान ने उन्हें आश्वासन देकर वापिस लौटा दिया। बता दें, किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से 1 लाख रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक का लोन निकाल गया है।

जानिए पूरा मामला...
दरअसल, ग्राम खल्लारी के 37 किसानों से केसीसी ऋण पूर्व सोसायटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने किसानों के नाम पर फर्जी पैसे निकलवा लिए, जिसके बाद गांव के लोगों ने विरोध किया, लेकिन न तो बैंक के अध्यक्ष ने उनकी बात सुनी और न ही पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई की। वहीं अगर ग्रामीणों की माने तो मेंढा सोसायटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने उनके साथ धोखाधड़ी की, जिसके बाद ग्रामीणों ने डोंगरगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक समझौते के नाम पर कुलदीप विश्वकर्मा गुमराह करने का काम कर रहे है। अब ग्रामीणों का यही सवाल है कि मृतक आनंद की मौत का जिम्मेदार कौन है ?
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS