3 दिन में ही ठिठुरकर ठिठक गया शीत सत्र, विपक्ष की अनुपस्थिति में दूसरा अनुपूरक बजट पास

रायपुर. पांच दिन निर्धारित शीतकालीन सत्र दो दिन पहले ही ठिठुरकर ठिठक गया. शीत सत्र के तीसरे दिन ही आज शीतकालीन सत्र अवसान की घोषणा कर दी गई. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सदन में उपस्थित रहने के बावजूद विपक्ष के सदस्य चर्चा में भाग नहीं ले रहे हैं.
भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति में वित्तीय वर्ष 2021- 22 के 2 हजार 108 करोड़ 62 लाख का द्वितीय अनुपूरक बजट पारित हुआ. अनुपूरक बजट मांगों पर चर्चा के दौरान विधानसभा में सीएम ने वक्तव्य देते हुए कहा कि प्रदेश में घासीदास जी की जयंती से उल्लास का माहौल है. मनखे-मनखे एक समान, समानता की बात कबीर की वाणी भी सुनाई देती है. भाजपा के लिए कहा " निंदक नियरे राखिये. विपक्ष की आलोचना का लोकतंत्र में स्वागत है. बीजेपी के विधायक सदन से भाग गए, मैदान में क्या लड़ पाएंगे.
नेता कौन हैं, तय नहीं कर पा रहे हैं. चर्चा से बचना चाह रहे हैं. सत्ता पक्ष हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है. विपक्ष विधानसभा परिसर में हैं परंतु चर्चा में शामिल नहीं हो रहे हैं. अनुच्छेद 1 में कहा गया है राज्यों को संघ की सरकार कहा गया है, पर इन्होंने संघियों की सरकार बना दी है.
राज्यों में वित्तीय संकट केंद्र की वजह से है और इसका प्रभाव छत्तीसगढ़ में भी है. अम्बेडकर के बनाए संविधान से देश नहीं चल रहा है. केंद्र सरकार ने सेंट्रल एक्साइज की राशि में कटौती की. हमारे हक की राशि नहीं दे रहे हैं, और उसके ऊपर केंद्रांश की राशि में भी कटौती कर रहे हैं. केंद्र सरकार पेट्रोल-डीज़ल का भाव हर दिन बढ़ते थे और आरोप यूपीए सरकार पर लगाते थे.
उपचुनाव हारते ही पेट्रोल दर में कमी कर दिए. सेस में कमी क्यों नहीं किए? अभी का सेस पुरानी सरकार ने लगाया था. आस पड़ोस के राज्यों से हमारे यहां दर कम है. भाजपा सरकार ने अपने समय में आम जनता को लूटने का काम किया है.
किसान आन्दोलन के दौरान किसानों को आतंकवादी, आन्दोलन जीवी , पाकिस्तानी, चीनी समर्थक जैसा क्या कुछ नहीं कहा. लेकिन बाद में माफी सहित तीन कानून वापस लेने पड़े, यह माफी जीवी है. रेडी टू ईट मामले में सीएम भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात में भी इसी प्रकार की व्यवस्था वहां भाजपा विरोध नहीं कर रही.
यह केवल राजनीतिक घड़ियाली आंसू के अलावा कुछ नहीं है. कवर्धा में छोटी सी घटना घटी, भाजपा उसपर राजनीति कर रही है. रायपुर वित्तीय वर्ष 2021- 22 के द्वितीय अनुपूरक अनुमान मांगों पर प्रस्ताव सदन में पास हो गया.
2 हज़ार 1 सौ आठ करोड़ ,62 लाख, 84 हज़ार 3 सौ नवासी रुपये की अनुपूरक राशि पर प्रस्ताव पास हुआ. सदन में हुक्का बार के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के लिए विधेयक पास किया गया. छत्तीसगढ़ माल एव सेवा कर संशोधन विधेयक भी पास हुआ. अन्य विधेयक भी सदन में पास हुए.
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