विश्व मलेरिया दिवस : आतंकी मच्छरों से थर्राया तखतपुर, दिन में भी नहीं सो सकते बिना मच्छरदानी के...

बिलासपुर। विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच मलेरिया जैसी घातक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है। हर साल भारत समेत दुनिया भर के देशों के हजारों लोग मच्छरों से होने वाली बीमारियों का शिकार होते हैं। मलेरिया भी इन्हीं में से एक है। आज केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ को मलेरिया के मामलों में गिरावट के लिए सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में से एक है जो मलेरिया उन्मूलन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान और मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के असर से यहां एपीआई दर (Annual Parasite Incidence यानि प्रति एक हजार की आबादी में सालाना मिलने वाले मलेरिया के मरीजों की संख्या) में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2018 में जहां प्रदेश की एपीआई 2.63 थी, वह 2021 में घटकर 0.92 पर पहुंच गई है।
आज विश्व मलेरिया दिवस पर हम आपको एक ऐसे जगह की हकीकत दिखाने जा रहे हैं। जो कि सरकारी आंकड़ों और दावों की पोल खोल कर रख देगी। जहाँ के लोग मच्छरों के प्रकोप और आतंक से त्राहिमाम है। यहाँ मच्छरों का जबरदस्त टेरर है। इसके चलते पिछले कुछ महीनों से लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। भले ही स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका परिषद आंकड़ों में बखूबी मलेरिया और मच्छर जनित रोग के रोकथाम के लिए अपनी पीट थपथपाते हो, लेकिन जमीनी हकीकत तो कुछ और ही बयाँ कर रही है। दरअसल छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले के तखतपुर में पिछले कुछ महीनों से साफ-सफाई और गंदगी को लेकर स्थानीय प्रशासन के व्यवस्था और अड़ियल कारगुजारी पर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। इसके बाद भी नगर पालिका प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि उदासीनता और बेबसी का चादर ओढ़े हुए हैं। वैसे करना चाहे तो बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन वर्तमान में नगर वासियों के हित में कोई महत्वपूर्ण भूमिका नजर नहीं आती है। इसलिए लोग अंधेर नगरी चौपट राजा मानकर खामोशी से मच्छरों का दंश झेलने को मजबूर है। बता दें कि गर्मी का मौसम आते ही मच्छरों का आतंक इस कदर बढ़ा कि नगर वासियों की नींद हराम हो गई है। हालत यह है कि लोगों को दिन में भी सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना पड़ रहा है। नगर में मच्छर दिन-प्रतिदिन चुस्त होते जा रहे हैं। वहीं, नगर पालिका परिषद सुस्त पड़ी है। स्थानीय निकाय की यह सुस्ती नगर वासियों के रात की नींद हराम कर रख दी है। अब तो लोग मच्छरों के आतंक से परेशान हैं।


गौरतलब है कि नगर परिषद के पास फॉगिंग मशीन उपलब्ध होने के बाद भी है। फॉगिंग मशीन का उपयोग अचानक भयानक ही एक्का-दुक्का हो पाया है, जबकि तखतपुर नगर पालिका के सभी 15 वार्डों में मच्छरों का आतंक बरकरार है। जिस तरह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, ऐसी स्थिति में तो प्रत्येक दिन फॉगिंग होनी चाहिए थी। लेकिन नगर परिषद की ओर से सफाई एवं फॉगिंग के नाम पर लाखों रुपए सालाना खर्च किए जाते हैं। हकीकत यह है कि न तो सही से सफाई का कार्य नगर में होता है और न ही फॉगिंग। इससे कि मच्छरों का पनपना सालों भर बना रहता है। इससे मच्छर जनित बीमारियों का भय बराबर बना रहता है। इस सम्बन्ध में बिलासपुर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छर तो हर जगह है, उससे इंकार नहीं करते हैं, लेकिन मलेरिया और डेथ केस की रिपोर्ट अब तक जिले में दर्ज नहीं किया गया है। फिर भी जिले के कोटा, तखतपुर और सभी खंड मुख्यालयों को आदेश जारी कर मच्छर जनित रोग के रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव करने का निर्देश दिए है। लेकिन तखतपुर नगर पालिका में मच्छरों के प्रकोप की जानकारी मिल रही है, यहाँ हमने दो चक्रो पर छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा, मैं लोगों से अपील करता हूं कि घरों में मच्छर दानी का प्रयोग करें और हाथ-पैर में एंटी क्रीम लगाये। ताकि मच्छरों के काटने पर असर ना हो सकें। वहीं भाजपा पार्षद इशवर देवांगन ने कहा कि कई बार शिकायत और मांग किया जा चुका है, बावजूद इसके स्थानीय निकाय की ओर से ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। लिहाजा WHO के मापदंड के अनुरूप मलेरिया और मच्छरों को रोकने प्रयास करने की मांग करता हूँ। भाजपा पार्षद कोमल सिंह ने कहा कि पूरे नगर में मच्छरों का जबरदस्त प्रकोप है। यदि कुछ समय के लिए आप बात करते हुए कहीं खड़े हो गए तो थोड़ी देर में ऐसा लगने लगेगा कि आपको मच्छर उठा कर ले जायेंगे। इस बाबत नगर प्रशासन का ध्यानाकर्षण करने के लिए सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल किया गया। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। देखिए वीडियो-
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS