संस्कृति की पढ़ाई में युवाओं की दिलचस्पी नहीं : नए कोर्स में नहीं मिल रहे छात्र, 2 साल में किसी कोर्स में गिनती के छात्र तो किसी में एक भी नहीं

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में स्थित शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय में बस्तर की कला संस्कृति के संरक्षण को लेकर कई नई और महत्वपूर्ण कोर्स शुरू किया गया है। लेकिन 2 साल में इन कोर्सों में से किसी में गिनती के छात्र तो किसी में एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है।
बता दें कि एक तरफ जहां बस्तर विश्वविद्यालय में रेगुलर कोर्सेज में भरमार भीड़ आ रही है। वहीं बस्तर की संस्कृति के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए शुरू किए गए कई महत्वपूर्ण कोर्सों की सीटें बिल्कुल खाली रह जा रही हैं। इनमें ढोकरा आर्ट होटल मैनेजमेंट सहित कई डिपार्टमेंट ऐसे हैं, जहां पर्याप्त छात्र विश्वविद्यालय को नहीं मिल रहे। वहीं बस्तर की कला संस्कृति के संरक्षण को लेकर विश्वविद्यालय पहल कर इस बात का दबाव बार-बार करा रही है। इसी वजह से ढोकरा आर्ट में डिप्लोमा कोर्स यूनिवर्सिटी में शुरू किया गया था, लेकिन बीते 2 सालों में यहां एक भी छात्र ने इस आर्ट कोर्स के लिए दाखिला नहीं लिया है। पत्रकारिता डिपार्टमेंट में भी गिनती के ही छात्र पहुंच रहे हैं। यही हाल होटल मैनेजमेंट का है, जिसे बढ़ते शहर के हिसाब से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बावजूद इसके छात्र इन विषयों के लिए उपलब्ध नहीं है।
यूनिवर्सिटी ने विज्ञान, कला, सामाजिक विज्ञान और वाणिज्य संकाय, विधि संकाय, शिक्षा संकाय, शारीरिक संकाय में एक दर्जन से ज्यादा कोर्स के लिए उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी और प्राध्यापकों का सेटअप भी मांगा था, लेकिन किसी भी संकाय में एक को भी शुरू करने की अनुमति नहीं मिली है। देखिए वीडियो-
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