युवा कांग्रेस का दंगल, दोनों गुटों ने राष्ट्रीय नेतृत्व से की शिकायत, अब दिल्ली में सुलझेगा विवाद

रायपुर. युवा कांग्रेस मीडिया विभाग की जारी सूची को निरस्त किए जाने का विवाद दिल्ली पहुंच गया है। दोनों ही गुटों ने सूची के संबंध में अपने तर्कों से युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराया है। अब 27 जुलाई को दिल्ली में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप से सूची का विवाद सुलझाया जाएगा। युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी बैठक में शामिल होने दिल्ली जाएंगे। बताया जा रहा है कि दूसरे गुट को भी दिल्ली तलब किया गया है। अब दिल्ली में ही सूची और आगे की रणनीति को लेकर मंथन होगा।
दरअसल युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने जंबो कार्यकारिणी जारी की। इसमें 3 उपाध्यक्ष, 27 जिलों के प्रभारी और 50 प्रदेश समन्वयक बनाए गए। सूची जारी होने के आधे घंटे के भीतर ही इसकी राष्ट्रीय पदाधिकारियों से शिकायत हो गई और राष्ट्रीय महासचिव संतोष कोलकुंडा ने इसे निरस्त करने का पत्र जारी कर दिया। दूसरी ओर युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल राव ने इस सूची को सोशल मीडिया में पोस्ट कर सभी पदाधिकारियों को बधाई दे दी। पूरी सूची को लेकर निखिल द्विवेदी गुट और कोको पाढ़ी गुट अब आमने सामने हैं। दोनों ही पक्षों ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। ऐसे में अब इस मामले का पटाक्षेप दिल्ली में होने की बात कही जा रही है।
इंटरव्यू के बाद नियुक्ति
युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने कहा कि सामंजस्य की कमी के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार पद दिए गए हैं। गूगल फॉर्म के जरिए कार्यकर्ताओं का पंजीयन कराने के बाद मीडिया विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी राहुल राव की उपस्थिति में 19 जुलाई को कार्यकर्ताओं का साक्षात्कार कराया गया। इसके बाद चयनित लोगों की नियुक्ति हुई। दिल्ली में 27 जुलाई को होने वाली बैठक में इसे सुलझा लिया जाएगा। सूची यथावत रहेगी।
गुटबाजी के चलते विवाद
युवा कांग्रेस मीडिया विभाग में हुई नियुक्तियों को लेकर कहा जा रहा है कि गुटबाजी के कारण विवाद खड़ा हुआ है। नियुक्ति में युवा कांग्रेस अध्यक्ष पाढ़ी गुट के लोगों को तवज्जों नहीं दिए जाने से यह स्थिति बनी है। इस वजह से कोको पाढ़ी गुट और निखिल द्विवेदी गुट सीधे तौर पर आमने सामने हैं। जानना जरूरी है कि दोनों ही गुटों को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि गुटीय संघर्ष का असर अब पदाधिकारियों की नियुक्ति पर भी पड़ा है।
प्रक्रिया का पालन नहीं
युवा कांग्रेस मीडिया विभाग जहां सूची को इंटरव्यू के बाद जारी होना बता रहा है, वहीं प्रदेश अध्यक्ष कोको पाढ़ी कहते हैं कि इसे जारी करने में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। सूची जारी करने से पूर्व मुझे भी जानकारी नहीं दी गई। यहां तक प्रदेश प्रभारी संतोष गोलकुंडा को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। इसके कारण इसे निरस्त किया गया है। इस संबंध में राष्ट्रीय नेतृत्व को जानकारी दी गई है। प्रदेश प्रभारी और प्रदेश नेतृत्व की सहमति से सूची जारी करने कहा गया है।
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