सड़क के चौराहों से जेब्रा क्रॅास-स्टॅापलाइन गायब

शहरभर के चौराहों पर स्मार्ट स्टाॅपिंग सिस्टम लगाने की योजना सरकारी फाइलों में कैद होकर दम तोड़ रही है। इस सिस्टम को 10 चौराहों पर लगाने दो साल पहले योजना बनाई गई थी लेकिन बजट के अभाव में यह योजना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी। यही नहीं चौराहों पर जो पेंट से जेब्रा क्राॅसिंग और स्टॉपलाइन बनाई गई थी वह भी महीनों से गायब है। इससे न सिर्फ पैदल गुजरने वाले राहगीर बल्कि वाहन चालकों की टेंशन बढ़ गई है।
सड़कों पर स्टॉपलाइन नहीं दिखने पर चालक वाहन को आगे बढ़ा देते हैं और सीसीटीवी कैमरे में नियम तोड़ते कैद हो जाते हैं। इसके बाद उनके एड्रेस पर जुर्माने की रसीद पहुंच जाती है। यह हाल शहरभर के एक-दो नहीं बल्कि सभी चौराहों का है। सड़कों पर पेंट से बनाई गई जेब्रा क्रॉसिंग व स्टॉपलाइन गायब है। इसके बाद भी जिम्मेदार अफसर जेब्रा व स्टॉपलाइन नहीं बनवा रहे हैं।
क्या है योजना
जानकारी के मुताबिक शहरभर के चौराहों पर वाहनों की स्टॉपलाइन की जगह पर स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम लगाना था, जिसमें एक डिवाइस लगाने का प्लान था। रेड सिग्नल पर स्टॉपलाइन क्राॅस करते ही डिवाइस से वाहन हटाने की आवाज निकलने लगती। इस योजना पर 8 लाख रुपए खर्च होने थे लेकिन दो साल बाद भी यह सिस्टम नहीं लग सका।
यहां लगना था सिस्टम
अफसरों के मुताबिक शहरभर के 10 चौराहे, मरीन ड्राइव स्थित केनाल रोड चौक, अनुपमनगर चौक, शास्त्री चौक, फाफाडीह चौक, जयस्तंभ चाैक, टाटीबंध चौक, लाखेनगर चौक, वीआईपी तिराहा और अवंतिबाई चौक पर स्मार्ट स्टाॅपिंग सिस्टम लगाया जाना था।
इन चौराहों से जेब्रा व स्टॉपलाइन गायब
हरिभूमि टीम रविवार को शहरभर के कालीबाड़ी चौक, जयस्तंभ चौक, फाफाडीह चौक, शास्त्री चौक, शारदा चौक समेत करीब 20 चौक पर जेब्रा क्रॉसिंग और स्टॉपलाइन की पड़ताल करने पहुंची। अधिकांश चौराहों से जेब्रा व स्टॉप लाइन के निशान सड़कों से गायब मिले। कुछ चौराहों पर निशान थे लेकिन बेहद हल्के थे जिसे देख पाना आसान नहीं है।
पत्र लिखा है
स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम लगाने का कार्य स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा किया जाना है। सड़कों पर जेब्रा क्राॅसिंग और स्टॉपलाइन बनाने का काम नगर निगम का है। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा है।
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