Bird Flu के कहर से बचने के लिए अब गाजीपुर मार्केट में मुर्गों की एंट्री के लिए करना होगा ये काम

Delhi Bird Flu दिल्ली में गुरुवार को गाजीपुर मंडी से बर्ड फ्लू के लिए 100 नमूनों में संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई थी। इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली में पोल्ट्री पक्षियों में एवियन इंफ्लूएंजा नहीं फैला है। जिसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने राजधानी में अंडे और चिकन की बिक्री पर से रोक हटा ली है। वहीं बर्ड फ्लू के खतरों को देखते हुये 10 दिनों के लिए गाजीपुर मुर्गा मार्केक भी बंद कर दिया गया था लेकिन दिल्ली सरकार ने अब इस फैसले का वापिस ले लिया है। लेकिन अब एशिया के सबसे बड़े गाजीपुर मुर्गा मार्केट में मुर्गों की एंट्री आसान नहीं होगी।
डॉक्टर द्वारा दिये गये प्रमाण पत्र होने के बाद ही मुर्गों की होगी एंट्री
मुर्गों की जांच पड़ताल करने के बाद डॉक्टर द्वारा दिये गये प्रमाण पत्र होने के बाद ही मुर्गों को बाजार में जाने दिया जाएगा। बिना डॉक्टर के सर्टिफिकेट के बाजार में मुर्गों की एंट्री नहीं मिलेगी। गाज़ीपुर मंडी में मुर्गा व्यापारी जमील ने एक संदेश जारी करते हुए कहा है कि जब वो मंडी में चिकन लेकर आएं तो उसके साथ डॉक्टर का सर्टिफिकेट ज़रूर लाएं, बिना सर्टिफिकेट के मंडी में एंट्री नहीं दी जाएगी। जमील ने आगे कहा कि गाज़ीपुर मंडी से हर रोज़ 5 लाख मुर्गों की सप्लाई होती है। इसलिए लोगों की सेहत का ख्याल रखते हुए हम यह फैसला ले रहे हैं।
बर्ड फ्लू से कई व्यापारियों को हुआ बड़ा नुकसान
एक अन्य व्यापारी अनिल शाक्या ने कहा कि अंडा देने वाली लेयर मुर्गी की अंडा देने की एक वक्त होता है। जैसे-जैसे यह वक्त नजदीक आता है मुर्गी अंडा देना कम कर देती है। एक वक्त ऐसा भी आता है जब अंडा बंद हो जाता है। लेकिन मुर्गी दाना वही 100 से 125 ग्राम तक खाती है। इसलिए जैसे ही मुर्गी 60-70 फीसद तक अंडा देना कम करती है तो उसे चिकन में इस्तेमाल के लिए बेच दिया जाता है। कुछ इसी तरह का हाल उस मुर्गी का है जिसके अंडे से चूजे लिए जाते हैं। हरियाणा के अरुण सिंह ने बताया कि अंडे देने वाली लेयर मुर्गी का रेट बेहद कम हो गया है। वहीं वो मुर्गी जिसके अंडे से चूजे लिए जाते हैं उसका रेट भी 20 रुपये किलो पर आ गया है।
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