कोरोना अलर्ट- दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 8200 बेड मौजूद, 36 हजार किए जा सकते हैं

कोरोना अलर्ट- दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 8200 बेड मौजूद, 36 हजार किए जा सकते हैं
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विश्वभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार किसी भी आपातकाली परिस्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। दिल्ली सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटी हुई हैं।

नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार किसी भी आपातकाली परिस्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। दिल्ली सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस बाबत मंगलवार को दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में कोरोना से निपटने संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जायजा लेने के दौरान बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में वर्तमान में 8200 कोविड बेड आरक्षित है व जरुरत पड़ने पर हम बेड्स की क्षमता 25 हजार से 36 हजार तक बढ़ा सकते हैं।

साथ ही दिल्ली सरकार के पास 6 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन लाने ले जाने के लिए ऑक्सीजन टेंकर, 928 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना बेड की स्थिति,आईसीयू बेड की उपलब्धता, मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता,डॉक्टर्स तथा अन्य मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरी ट्रेनिंग आदि का जायजा लिया और अस्पताल प्रशासन को पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी तैयारियों को बरकरार रखने के निर्देश दिए।

एलएनजेपी अस्पताल में 450 बेड आरक्षित

सिसोदिया ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में 2000 में से 450 बेड कोरोना के लिए आरक्षित किए गए है और जरूरत पड़ने पर पिछली बार की तरह इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। पिछली बार कोरोना के दौरान इस अस्पताल में 25 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों का इलाज किया गया था। दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में आज इसी तरह कोरोना से बचाव की तैयारियों,सामान्य व आईसीयू बेड की उपलब्धता व मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता का जायजा लिया जा रहा है।

एलएनजेपी अस्पताल में आक्सीजन की उपलब्धता कई गुणा बढ़ी

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता पिछली बार की तुलना में कई गुणा बढ़ा दिया गया है| यहां 5 पीएसए प्लांट भी लगाये गए हैं। सिसोदिया ने बताया कि अस्पताल की तैयारी इस स्तर की है कि किसी मरीज के आने के 5 मिनट के भीतर उसे अस्पताल में निर्धारित स्थान जहां उसे इलाज की जरुरत है,पहुंचा दिया जायेगा और उसका ट्रीटमेंट शुरू हो जायेगा।

कोरोना से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार के अस्पताल तैयार : सिसोदिया

एलएनजेपी अस्पताल के दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पताल और स्वास्थ्य निदेशालय कोरोना से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहे हैं और आगे किसी भी स्थिति के लिए हमारे अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा एलएनजेपी में जरुरत पड़ने पर हम पिछली बार की तरह अस्पताल व उसके आस-पास के संसाधनों का उपयोग करते हुए कोविड बेड की संख्या को कई हजार तक बढ़ा सकते हैं। अस्पताल इस बार भी कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है और हमने सुनिश्चित किया है कि यहां बेड की कमी न हो। सिसोदिया ने कहा कि हमें अभी कोरोना से डरने के बजाय सतर्क रहने की जरूरत है।

दिल्ली के अस्पतालों ने कोविड की तैयारी की समीक्षा के लिए 'मॉक ड्रिल' की

कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की स्थिति पैदा होने पर दिल्ली के कुछ अस्पतालों में बिस्तरों एवं चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता समेत अन्य तैयारियों का आकलन करने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल की गई। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मॉक ड्रिल की समीक्षा के लिए दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल आए। बता दें कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास स्वास्थ्य मंत्रालय का भी प्रभार है।

घबराने की नहीं, सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत : डॉ. सुरेश

एलएनजेपी के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए, कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और टीकों की एहतियाती खुराक लेनी चाहिए। मॉक ड्रिल में बिस्तरों की उपलब्धता, चिकित्साकर्मियों, रेफरल संसाधनों, जांच की क्षमता, चिकित्सकीय उपकरण एवं अन्य सामान, टेलीमेडिसिन (दूरसंचार एवं डिजिटल माध्यमों की मदद से चिकित्सा सेवा) सेवा और चिकित्सकीय ऑक्सीजन उपलब्धता समेत अन्य पहलुओं की समीक्षा की जा रही है।

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