Coronavirus: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कोविड मरीजों को अलग रखकर किया जा रहा इलाज

Coronavirus: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कोविड मरीजों को अलग रखकर किया जा रहा इलाज
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Coronavirus: एलएनजेपी अस्पताल से लेकर पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल तक गंभीर रूप से बीमार को तत्काल आईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों को मुख्य कोविड-19 वार्ड से अलग रखा गया है क्योंकि वे संक्रमित हो भी सकते हैं और नहीं भी।

दिल्ली में कोराेना वायरस के मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्रों में लाया तो जा रहा है, लेकिन जांच नतीजे आने तक उनका इलाज अलग वार्ड में चल रहा है। इससे पहले, खबरें आई थीं कि ये स्वास्थ्य केन्द्र कोविड-19 के मरीजों को इलाज के लिये अपने यहां नहीं आने दे रहे। बाद में सरकार ने अस्पतालों को कहा था कि वे ऐसे मरीजों को अपने यहां इलाज के लिये आने दें।

एलएनजेपी अस्पताल से लेकर पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल तक गंभीर रूप से बीमार को तत्काल आईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों को मुख्य कोविड-19 वार्ड से अलग रखा गया है क्योंकि वे संक्रमित हो भी सकते हैं और नहीं भी।

उन्होंने कहा कि गंभीर लक्षण वाले मरीजों को जैसे ही हमारे अस्पताल लाया जाता है, हम जरूरत के हिसाब से उसे ऑक्सीजन सपोर्ट या वेंटिलेटर सपोर्ट के लिये आईसीयू ले जाते हैं, भले ही इस बात की पुष्टि हुई हो या नहीं कि वह संक्रमित है।

उन्होंने कहा कि हम इन संदिग्ध रोगियों की जांच करते हैं और जब तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उन्हें अलग जगह रखा जाता है। अगर उनके संक्रमित होने की पुष्टि हो जाती है तो उन्हें कोरोना वार्ड ले जाया जाता है। अगर वे संक्रमित नहीं पाए जाते हैं तो हम उनकी तबीयत स्थिर करने का प्रयास कर करते हैं ताकि उन्हें गैर-कोविड केन्द्रों में भेजा जा सके।

गलत रिपोर्ट आने के बाद केजरीवाल ने अधिकारियों को दी सख्त हिदायत

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को कोविड-19 की जांच के संबंध में दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा। दिल्ली हाईकोर्ट ने दो दिन पहले ही दिल्ली सरकार से पूछा था कि वह 'रैपिड एंटीजन टेस्ट' क्यों करा रही है, जबकि इसकी गलत रिपोर्ट आने की दर बहुत अधिक है। इस जांच में अधिकतर लोगों के संक्रमित नहीं होने की बात सामने आ रही है। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार अगर एंटीजन टेस्ट में किसी व्यक्ति के संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हो और उसमें लक्षण हो तो उसकी आरटी-पीसीआर जांच करानी आवश्यक है। मैंने आज अधिकारियों को दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

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