Coronavirus: प्लाज्या थेरेपी भी नहीं बचा पाई दिल्ली पुलिस के जवान की जान

राजधानी में कोरोना से मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है। इसकी चपेट में आकर कुछ लोग जिंदगी से हार जा रहे है। ऐसे में गुरुवार को दिल्ली पुलिस के लिए बहुत दुखद सूचना आई। 53 साल के एएसआई की कोरोना से दिल्ली के एक अस्पताल में मौेत हो गई। एएसआई जीवन सिंह दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के किसी सेक्शन में तैनात थे। कुछ दिनों पहले ही उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, जीवन सिंह 21 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे और 23 जून को उन्हें लाजपत नगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 27 जून को उन्हें गंगाराम अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था, जहां उन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई, लेकिन वह ठीक नहीं हो सके।
डीसीपी सुमन नलवा ने बताया कि गुरुवार सुबह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे तभी उनकी मौत हो गई। वह नोएडा में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में 49 वर्षीय पत्नी, 19 वर्षीय बेटा और एक 23 वर्षीय बेटी है।
इससे पहले बता दें कि मंगलवार को भी कोरोना की चपेट में आने से दिल्ली पुलिस के एक 40 वर्षीय सिपाही योगेन्द्र यावदव की मौत हो गई थी। वह पश्चिम विहार थाने में तैनात थे और लिवर से संबंधित बीमारी के कारण उन्हें 12 जून को पार्क अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 25 जून को उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। योगेंद्र यादव मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में बलाहा कलां गांव के रहने वाले थे और अपने परिवार के साथ पश्चिम विहार पुलिस कॉलोनी रहते थे।
गर्भवती महिलाओं जांच जरूरी हो तो जल्द करवाया जाए: हाईकोर्ट
हर गर्भवती महिला को कोविड-19 की जांच कराने की जरूरत है या नहीं, इस बारे पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार की खिंचाई की। हाईकोर्ट ने कहा कि एक सही मुद्दे को नौकरशाही के जाल में उलझा दिया गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर जांच जरूरी है तो कम से कम समय में नमूना लेकर नतीजा बताना चाहिए।
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