Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में सांस लेना फिर हुआ दूभर, औसत एक्यूआई 373, जहांगीरपुरी में पहुंचा 428

Delhi Air Pollution: दिल्ली में एक बार फिर सांस लेना दूभर होता जा रहा है, क्योंकि राजधानी की हवा में जहर की मात्रा बढ़ने लगी है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार के एप सफर के अनुसार, बुधवार को दिल्ली में शाम पांच बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) हवा में पीएम 2.5 का स्तर 373 बहुत खराब दर्ज दर्ज हुआ, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है।
पर्यावरण विभाग का अनुमान है कि जल्द ही राजधानी की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। पर्यावरण जानकारों की मानें, तो अभी दिल्ली वालों को वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिलने वाली। बेशक मंगलवार से हवाओं की गति कुछ बढ़ी है, बावजूद इसके प्रदूषण से राहत जल्द नहीं मिलने वाली।
इसके अलावा निजी मौसम अनुमान कंपनी स्काईमेट वेदर का कहना है कि जहां 21 नवंबर को दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में था। वहीं, 22 नवंबर की सुबह कई हिस्सों में यह फिर से गंभीर श्रेणी में आ गया। इनमें जहांगीरपुरी का सबसे अधिक 428 दर्ज हुआ, आईआईटी दिल्ली 406, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम का 404 और द्वारका सेक्टर 8 का 403 रहा।
कंपनी का कहना है कि पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिशा से हल्की हवाएं चल रही हैं, लेकिन वे प्रदूषकों को तितर-बितर करने में अभी सक्षम नहीं हैं। मौसम के दो प्रमुख कारक जैसे एक विशेष दिशा से मध्यम से तेज हवाएं और व्यापक वर्षा प्रदूषण को खत्म कर सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से दोनों मौसम पैरामीटर कम से कम अगले एक सप्ताह तक कामयाब नहीं होंगे।
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दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में रहेगा। वहीं, 27 या 28 नवंबर से हवा की गति तेज हो सकती है। जिससे प्रदूषक तत्व डिस्पर्स होने की संभावना बन सकती है। कंपनी का कहना है कि नवंबर अंत के आसपास कुछ राहत मिल सकती है।
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