दिल्ली बीजेपी ने 'मुगली गुलामी की प्रतीक सड़कों' के नाम बदलने की मांग उठाई, NDMC को पत्र लिखकर दिए ये सुझाव

दिल्ली बीजेपी ने मुगली गुलामी की प्रतीक सड़कों के नाम बदलने की मांग उठाई, NDMC को पत्र लिखकर दिए ये सुझाव
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दिल्ली भाजपा आदेश गुप्ता ने आज ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने एनडीएमसी को पत्र लिखकर मुगल काल से गुलामी के प्रतीक मार्गों के नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने एनडीएमसी को लिखे पत्र में छह सड़कों का जिक्र किया है। साथ ही उन्होंने नए नाम भी सुझाए हैं।

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नाम बदलने की सियासत (Politics) अब राजधानी दिल्ली (Delhi) तक पहुंच गई है। बीजेपी (BJP) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Kumar Gupta) ने मुगल काल से गुलामी के प्रतीक मार्गों के नाम बदलने की मांग की। एनडीएमसी (NDMC) को लिखे पत्र में इन सड़कों का जिक्र करते हुए नया नाम भी सुझाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली भाजपा आदेश गुप्ता ने आज ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने एनडीएमसी को पत्र लिखकर मुगल काल से गुलामी के प्रतीक मार्गों के नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने तुगलक रोड की जगह गुरु गोविन्द सिंह मार्ग, अकबर रोड को महाराणा प्रताप रोड, औरंगजेब रोड को अब्दुल कलाम लेन, हुमायूं रोड को महर्षि वाल्मीकि रोड, बाबर लेन का नाम बदलकर खुदीराम बोस लेन और शाहजहां रोड को जनरल बिपिन सिंह रावत रोड नाम देने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी दिल्ली की कुछ सड़कों के नामों से मुगलों की गुलामी के प्रतीक की झलक दिखाई देती है। ऐसे में इन सड़कों के नाम जल्द से जल्द बदले जाएं। उन्होंने एनडीएमसी को भेजे पत्र में कहा है कि आज पूरा देश सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी का 400वां प्रकाश पर्व मना रहा है। उन्होंने देश व धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने अपने चार सुपुत्रों का भी बलिदान कर दिया था। उन्होंने कहा कि ऐसे में तुगलक रोड का नाम बदलकर श्री गुरु गोविंद सिंह मार्ग किया जाना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं के गौरव और मेवाड़ की आन, बान और शान, जिन्होंने मुगलों का डंटकर मुकाबला किया, ऐसे वीर योद्धा महाराणा प्रताप की 482वीं जयंती के उपलक्ष्य में अकबर रोड का नाम बदल कर महाराणा प्रताप मार्ग किया जाए। उन्होंने औरंगजेब लेन का नाम बदलकर इसका नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम लेन किया जाए। उन्होंने अन्य मार्गों के नाम सुझाते हुए भी कारणों को भी विस्तार से उल्लेखित किया है।

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