दिल्ली की यमुना नदी में फिर तैरता दिखा जहरीला झाग, श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

दिल्ली की यमुना नदी में फिर तैरता दिखा जहरीला झाग, श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
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जहरीली झाग ( Toxic Foam) की मोटी परत वाली दिल्ली की यमुना नदी (Yamuna River) में डुबकी लगाते श्रद्धालुओं (Devotees) की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। भक्तों ने मंगलवार को अपने चार दिवसीय छठ पूजा (Chhath Puja) समारोह के हिस्से के रूप में कालिंदी कुंज के पास फोम-लेपित यमुना के तट पर भी प्रार्थना की

जहरीली झाग ( Toxic Foam) की मोटी परत वाली दिल्ली की यमुना नदी (Yamuna River) में डुबकी लगाते श्रद्धालुओं (Devotees) की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। भक्तों ने मंगलवार को अपने चार दिवसीय छठ पूजा (Chhath Puja) समारोह के हिस्से के रूप में कालिंदी कुंज के पास फोम-लेपित यमुना के तट पर भी प्रार्थना की, और यमुना नदी में बहते जहरीली झाग एक बीच डुबकी भी लगाई।

प्रशासन द्वार रोक लगाने के बाद भी श्रद्धालुओं अपनी आस्था के चलते मजबूर है और यमुना नहीं में डुबकी लगा रहे है। वही एक मौजूद श्रद्धालु से सवाल करने पर उन्होंने कहा हम जानते हैं कि यमुना नदी का पानी गंदा है और यह खतरनाक हो सकता है। लेकिन कोई विकल्प नहीं है क्योंकि नदी के बहते पानी में ही खड़े होकर सूर्य देव की पूजा की जाती है।

हालाँकि, यह पहली बार नहीं है कि दिल्लीवासियों ने यमुना नदी की सतह पर तैरते हुए जहरीले झाग को देखा गया है क्योंकि यह समस्या राष्ट्रीय राजधानी को पहले भी परेशान कर चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अनुपचारित सीवेज में फॉस्फेट और सर्फेक्टेंट की उपस्थिति नदी में झाग आने का एक प्रमुख कारण है।

यमुना में अमोनिया (Ammonia) के स्तर में वृद्धि के कारण हाल ही में शहर की जल आपूर्ति भी प्रभावित हुई थी, जो विशेष रूप से बढ़कर 3 पीपीएम हो गई थी। वजीराबाद और ओखला के बीच यमुना का 22 किलोमीटर लंबा हिस्सा नदी के प्रदूषण भार का लगभग 80 प्रतिशत है। अनधिकृत कॉलोनियों से अनुपचारित अपशिष्ट जल और दिल्ली के भीतर कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (Common Effluent Treatment Plant) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (sewage treatment plant) से निकलने वाले अपशिष्ट की खराब गुणवत्ता भी नदी में प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से एक है।

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