Delhi Coronavirus: सत्येंद्र जैन ने कोरोना मरीजों के लिए केंद्र सरकार से की ये मांग, हालात लगातार हो रहे खराब

Delhi Coronavirus दिल्ली में कोरोना से हालात लगातार खराब हो रहे है। ऐसे में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन, दवाईयां और बेड्स की किल्लत होने लगी है। जिसको लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने केंद्र (Central Government) से गुहार लगाई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने कहा कि आईसीयू बेड (ICU Beds) की दिक्कत है, हमने केंद्र सरकार से 700-800 ICU बेड देने का अनुरोध किया है। दिल्ली में पिछले 3 दिन से ऑक्सीजन की गंभीर समस्या चल रही है। कल 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी नहीं आ पाया था। इसलिए कल बहुत गंभीर समस्या आई थी।
ICU बेड की दिक्कत है, हमने केंद्र सरकार से 700-800 ICU बेड देने का अनुरोध किया है। दिल्ली में पिछले 3 दिन से ऑक्सीजन की गंभीर समस्या चल रही है। कल 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी नहीं आ पाया था इसलिए कल बहुत गंभीर समस्या आई थीः दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन #COVID19 pic.twitter.com/lH9sTchKEL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2021
इससे पहले, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हरियाणा सरकार पर दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकने का आरोप लगाया था। राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पताल लगातार दूसरे दिन ऑक्सीजन की कमी के बीच कोरोना वायरस के मरीजों की जान बचाने की कोशिश में लगे हुए है। उधर हरियाणा सरकार ने सिसोदिया के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रशासन में से किसी ने भी कुछ बाधित नहीं किया है। वहीं केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया।
आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 24,638 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 9,30,179 हो गई। इसके अलावा 249 मरीजों की मौत होने के बाद मृतकों की तादाद 12,887 हो गई है। उपचाराधीन रोगियों की संख्या 85,364 राजधानी में संक्रमण की दर 31.28 प्रतिशत है, जिसका अर्थ है कि हर तीसरे नमूने में संक्रमण की पुष्टि हुई है। साथ ही महानगर ऑक्सीजन और बिस्तरों की किल्लत से भी जूझ रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के अस्पतालों में रात 11 बजे तक कोविड रोगियों के लिये केवल 18 बिस्तर बचे हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि पिछले दिन 78,768 जांचें की गईं। इनमें से 45,088 आरटी-पीसीआर जांच की गई हैं।
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