Delhi Coronavirus: दिल्ली में कोरोना के मामलों में तेजी से सुधार, 3846 नए केस मिले, पॉजिटिविटी रेट 5.78 प्रतिशत दर्ज

Delhi Coronavirus दिल्ली में कोरोन के मामले तेजी से सुधार देखा जा रहा है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। लेकिन दिल्ली सरकार (Delhi Government) तीसरी लहर (Third Wave) को लेकर पूरी तैयारियां करने में जुट गई है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,846 नए मामले सामने (New Corona Cases) आए है। आपको बता दें कि जो पांच अप्रैल के बाद सबसे कम मामले हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, इस अवधि में संक्रमण से 235 और लोगों की मौत हुई। नमूनों के संक्रमित आने की दर भी गिरावट के साथ 5.78 प्रतिशत (Positive Rate) हो गई है। नए मामले कम होने का एक कारण यह भी है, कि मंगलवार को 66,573 नमूनों की ही कोविड-19 संबंधी जांच की गई।
दिल्ली में #COVID19 के 3,846 नए मामले सामने आए हैं, कोरोना से 9,427 लोग ठीक हुए और 235 लोगों की मौतें हुई हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 19, 2021
कुल मामले- 14,06,719
कुल रिकवरी- 13,39,326
कुल मुत्यु- 22,346
सक्रिय मामले- 45,047 pic.twitter.com/pUEHFf71jA
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जताई खुशी
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के बीच लगा लॉकडाउन मामले कम होने का एक बड़ा कारण है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में सराहनीय तरीके से स्थिति में सुधार आ रहा है लेकिन हमारा लक्ष्य नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर को दो प्रतिशत तक लाना होना चाहिए। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, नमूनों के संक्रमित आने की दर अभी 5.78 प्रतिशत है, जो छह अप्रैल के बाद से सबसे कम है। छह अप्रैल को नमूनों के संक्रमित आने की दर 4.9 प्रतिशत थी। संक्रमण के नए मामले भी पांच अप्रैल के बाद आए सबसे कम हैं, तब कोविड-19 के 3,548 मामले सामने आए थे।
अस्पतालों में खाली बेड की संख्या बढ़ी
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दैनिक मामलों में लगातार गिरावट के बीच, अस्पतालों में खाली बिस्तरों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है, जिससे कोरोना वायरस रोगियों और उनके परिवारों को कुछ राहत मिली है। दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक, बुधवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे तक सरकारी और निजी अस्पतालों में कुल 27,726 बेड में से 13,791 बेड उपलब्ध है। लगभग कुछ हफ्ते पहले, महामारी की दूसरी लहर के सबसे बुरे दौर के बीच में जब मामलों में तेजी से वृद्धि हुई थी, ऑक्सीजन की आपूर्ति वाले बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड की भारी कमी थी। 20 अप्रैल को 28,000 से अधिक मामले आए थे। हर दिन बड़ी संख्या में मौतें हो रही थीं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS