Delhi : कर्नाटक के पूर्व IPS भास्कर राव ने आप पार्टी का थामा दामन, केजरीवाल सरकार की तारीफों के बांधे पुल

Delhi : कर्नाटक के पूर्व IPS भास्कर राव ने आप पार्टी का थामा दामन, केजरीवाल सरकार की तारीफों के बांधे पुल
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पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नजरें गुजरात (Gujarat) और कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) पर टिकी हुई है।

पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नजरें गुजरात (Gujarat) और कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) पर टिकी हुई है। इसी कड़ी में कर्नाटक के पूर्व आईपीएस भास्कर राव (Former IPS Bhaskar Rao) आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia,) की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भास्कर राव को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी बीच उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में आप सरकार की छवि इस तरह से उभरी है कि इसका असर देश के सभी राज्यों में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी भास्कर राव (IPS Bhaskar Rao) ने अपनी नौकरी छोड़कर आप पार्टी का दामन थाम लिया है।

वो काम देखने के लिए दिल्ली आते थे। उन्होंने आगे कहा भास्कर राव बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर रह चुके है। जो काम नेताओं को करना चाहिए था। वह काम खुद भास्कर राव जी ने किया है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान गरीब लोगों को दवाइयां, ऑक्सीजन और खाना जैसी कई सुविधा मुहैया कराई। सिसोदिया ने बताया लोग उन्हें प्यार से पीपुल्स कमिश्नर बुलाते हैं।

वही पूर्व आईपीएस अधिकारी भास्कर राव ने कहा कि मैंने पुलिस की 25 नौकरियां की हैं। जहां उन्होंने एक साल तक लेक्चरर और सेना में भी काम किया है। उन्होने आगे कहा में अकसर दिल्ली आता रहता हू। एक दिन मुझे एक टैक्सी ड्राइवर स्कूल दिखाने ले गया और उसने मोहल्ला क्लीनिक (Mohalla Clinics) भी दिखाया।

इस दौरान मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि ऐसा हो सकता है। ऐसे में मैं सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के संघर्ष और जीवन से प्रभावित हूं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का आम आदमी भी चाहता है कि बदलाव हो। चूंकि हमने बहुत सारी पारंपरिक पार्टियां देखी हैं। पार्टी चली गई लेकिन व्यवस्था नहीं बदली। इस दौरान आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) वह बदलाव लेकर आई है। वहीं मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया है।

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