Delhi Fraud: दस वर्ष पुराने मामले में एयरसेल कंपनी को 1.76 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा

Delhi Fraud दिल्ली में एक मोबाइल नेटवर्क कंपनी (Mobile Network Company) के साथ हुए ठगी (Fraud) मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। फर्जी पहचान पत्रों के माध्यम से कथित रूप से एयरसेल (Aircel) के कई सिम कार्ड प्राप्त करने एवं लगभग 1.76 करोड़ रुपये का अंतरराष्ट्रीय कॉल (International Call) करने के लिए उनका उपयोग करने के दस वर्ष पुराने एक मामले में 36 साल के एक व्यक्ति को यहां गिरफ्तार (Accused Arrested) किया गया है। पुलिस (Delhi Police) ने बताया कि कई स्थानों पर छापेमारी (Raid) के बाद आरोपी चित्रेश मोहन शर्मा को मंगलवार को जैतपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया।
अदालत द्वारा 2017 में भगोड़ा घोषित किया गया था
शर्मा ने दीपक रावत के नाम से सिम कार्ड खरीदे थे। उसे अदालत द्वारा 2017 में भगोड़ा घोषित किया गया था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) आर के सिंह ने कहा कि जनवरी 2010 में एयरसेल के एक प्रतिनिधि ने रावत के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। रावत ने दावा किया था कि वह ला बेला एक्सपोर्ट एंड इम्पोर्ट लिमिटेड नामक कंपनी चलाता है। शिकायत के अनुसार, रावत ने फर्जी पहचान पत्र दिखाकर अपने नाम 10 मोबाइल कनेक्शन लिए थे जिससे उसने 1.76 करोड़ रुपये के अंतरराष्ट्रीय रोमिंग कॉल किये। सिंह ने कहा कि जांच में पता चला कि दीपक रावत के नाम 10 पोस्टपेड नंबर जारी किये गए थे।
शर्मा इसी प्रकार के दो अन्य मामलों में भी शामिल था
उसने दूसरसंचार कंपनी से इन नंबरों पर अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की सुविधा देने के लिए अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद, एयरसेलको नेपाल टेलिकॉम से सूचना मिली कि कुछ लोग नेपाल से अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की सुविधा का लाभ लेकर बहुत ज्यादा कॉल कर रहे हैं। जांच में पता चला कि ये कॉल नेपाल से अमेरिका और मालदीव किये जा रहे थे। उन्होंने कहा कि शर्मा इसी प्रकार के दो अन्य मामलों में भी शामिल था।
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