Delhi News: दिल्ली सरकार का ऐलान- सार्वजनिक जगहों पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं, बताई ये वजह

Delhi News: दिल्ली सरकार का ऐलान- सार्वजनिक जगहों पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं, बताई ये वजह
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आदेश में कहा कि दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक जगह पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं होगी। घरों में ही बाल्टी या कंटेनर में करना होगा विसर्जन। आदेश में लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों में ही बाल्टी या कंटेनर में मूर्ति विसर्जन करें। समिति ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप नदियों और झीलों में होने वाला प्रदूषण चिंता का विषय है।

दिल्ली में त्योहारों का सीजन (Festival Season) शुरू हो चुका है। इस बीच कोरोना (Corona) के मामले भी कंट्रोल में है। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर भीड़-भाड़ को कम करने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसलिए सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा के आयोजन की भी अनमुति नहीं दी गई है। वहीं आज दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक जगह पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन (Durga Idol Immersion) की अनुमति नहीं (Ban) दी जाएगी। क्योंकि प्रदूषण (Delhi Pollution) का खतरा भी दिल्ली में बढ़ रहा है।

बाल्टी या कंटेनर में मूर्ति विसर्जन करने की अपील

दिल्ली की हवा खराब होनी शुरू हो गई है। इसलिए दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने आदेश जारी किया है। उन्होंने अपने आदेश में कहा कि दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक जगह पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं होगी। घरों में ही बाल्टी या कंटेनर में करना होगा विसर्जन। आदेश में लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों में ही बाल्टी या कंटेनर में मूर्ति विसर्जन करें। समिति ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप नदियों और झीलों में होने वाला प्रदूषण चिंता का विषय है।

मूर्ति विसर्जन को लेकर डीपीसीसी ने दी जानकारी

डीपीसीसी ने कहा कि मूर्ति विसर्जन के कारण पानी की गुणवत्ता में गिरावट को लेकर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि इससे पानी के संदर्भ में वाहकता, जैव रासायनिक ऑक्सीजन की मांग और भारी धातु एकाग्रता के संबंध में गुणवत्ता में गिरावट आती है। साथ ही प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से मूर्ति बनाने के बजाय पारंपरिक मिट्टी जैसी प्राकृतिक सामग्री का उपयोग किया जाना चाहिए।

प्रदूषण को कम करने की मुहिम तेज

दिल्ली सरकार ने अपने एंटी डस्ट अभियान के तहत बुधवार को 226 निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया, जिनमें से 69 स्थलों पर धूल नियंत्रण नियमों का उल्लंघन पाया गया तथा करीब 19.4 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का प्रस्ताव किया गया। बता दें कि पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलानी शुरू हो गई है। जिससे दिल्ली के प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय खुद प्रदूषण फैलाने वाले साइटों का दौरा कर रहे है।

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