Delhi Liquor Policy: KCR की बेटी कविता के पूर्व CA बुचिबाबू गोरंटला को मिली जमानत, जानें पूरा मामला

Delhi Liquor Policy: KCR की बेटी कविता के पूर्व CA बुचिबाबू गोरंटला को मिली जमानत, जानें पूरा मामला
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दिल्ली की आबकारी नीति मामले में आरोपी बुचिबाबू गोरंटला को सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने राहत देते हुए जमानत दे दी।

दिल्ली की आबकारी नीति मामले में आरोपी बुचिबाबू गोरंटला को राउज एवेन्यू कोर्ट ने राहत देते हुए जमानत दे दी। सीबीआई की टीम ने बीआरएस की नेता के कविता के पूर्व सीए को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने कुछ दिन पहले ही बुचिबाबू गोरंटला को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया था, जिसके बाद गोरंटला को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इस मामले पर सीबीआई ने कहा था कि गोरंटला को पुलिस हिरासत में नहीं बल्कि न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए। इसके बाद आज बुचिबाबू गोरंटला को सोमवार को जमानत दे दी गई।

दिल्ली की आबकारी नीति मामले में अब तक इनको मिल चुकी जमानत

दिल्ली की आबकारी नीति मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने समीर महेंद्रू, कुलदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, अरुण रामचंद्रन पिल्लई और मूथा गौतम को जमानत दे दी थी। सीबीआई ने इनके खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार्जशीट में नाम होने के कारण इन आरोपियों ने नियमित बेल लेने के लिए याचिका दायर की थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया था। इन आरोपियों में से समीर महेंद्रू को ईडी ने गिरफ्तार किया था।

क्या थी दिल्ली आबकारी नीति

दिल्ली की आबकारी नीति के तहत राजधानी को 32 जोन में बांटा गया था, जिसमें कम से कम हर जोन में 26 से 27 शराब की दुकानें खुली थी। इस तरह से हर इलाके में शराब आसानी से उपलब्ध हो रही थी। यानि कि आसान शब्दों में समझने का प्रयास करें, तो जहां पहले 60 फीसदी दुकानें सरकारी और 40 फीसदी दुकानें निजी हाथों में थी। दिल्ली की नई आबकारी नीति के आने के बाद 100 फीसदी दुकानों को निजी हाथों में सौंप दिया।

दिल्ली सरकार ने वापस ली आबकारी नीति

दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021 में लागू की थी। इसके लागू होने के बाद बीजेपी ने इसमें घोटाले का आरोप लगाया था। विपक्ष के विरोध के बाद सरकार को ये नीति 2022 में वापस लेनी पड़ी थी। मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए गृह मंत्रालय से सिफारिश की गई थी। इसके बाद से लगातार सीबीआई और ईडी इस मामले में शिकंजा कसती जा रही है।

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