MCD सदन की बैठक में BJP का हंगामा, महापौर ने दिलवाई 15 साल शासन की याद

MCD सदन की बैठक में BJP का हंगामा, महापौर ने दिलवाई 15 साल शासन की याद
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दिल्ली नगर निगम (MCD) की सदन की बैठक में मंगलवार को पेश एजेंडे को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) के सदस्यों ने हंगामा किया। कई बार समझाने के बाद भी नहीं मानने पर महापौर शैली ओबेरॉय (Mayor Shelly Oberoi) ने भाजपा सदस्यों को याद दिलवाया कि उन्होंने लगातार 15 साल के निगम शासन कुछ नहीं किया।

दिल्ली नगर निगम (MCD) की सदन की बैठक में मंगलवार को पेश एजेंडे को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) के सदस्यों ने हंगामा किया। कई बार समझाने के बाद भी नहीं मानने पर महापौर शैली ओबेरॉय (Mayor Shelly Oberoi) ने भाजपा सदस्यों को याद दिलवाया कि उन्होंने लगातार 15 साल के निगम शासन कुछ नहीं किया। बैठक में पेश सभी प्रस्तावों में एक को छोड़कर बाकी पास कर दिए गए।

सदन की बैठक के बाद महापौर ने कहा कि दिल्ली के हित में जब भी बात करते हैं यह (BJP) हंगामा शुरू कर देते हैं। सदन में बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे कूड़े के पहाड़ों और दिल्ली की सफाई पर चर्चा होनी थी, लेकिन भाजपा पार्षदों ने सदन चलने ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सदन में शिक्षा-विशेष समितियों का गठन, एमसीडी के छात्रों के लिए स्टेशनरी व किताबें, दवाइयों की आपूर्ति आदि जैसे अति महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए गए।

उन्होंने कहा कि भाजपा पिछले 15 सालों में जो काम नहीं कर पाई वह सब काम हमें करने हैं, एक आदर्श एमसीडी का मॉडल जनता के सामने पेश करना है, क्योंकि भाजपा पिछले 15 साल के कुशासन के बाद भी जनता के कामों को रोकने का प्रयास कर रही है। पिछले सदन की बैठक में भी हम एजेंडा पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन महापौर-उपमहापौर चुनाव होने के कारण समय का अभाव था। ऐसे में सदन स्थगित कर दिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के पार्षदों ने सदन की मर्यादा का ध्यान न रखते हुए बाधा डालने की कोशिश की।

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वहीं, उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल ने कहा कि इतिहास में पहली बार सदन में शोक प्रस्ताव को भी विपक्ष ने हंगामा कर पढ़ने नहीं दिया। नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि हम आज सदन को बेहद ही शांति पूर्वक चलाना चाहते थे। यह भी तय था कि सदन में किस दल से कितने-कितने पार्षद बोलेंगे, लेकिन सदन में पहुंचते ही भाजपा सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यह बेहद ही शर्म की बात है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के अंदर हमारे सैनिक शहीद हुए थे। उनके लिए शोक प्रस्ताव लेकर आए थे, लेकिन उसे भी भाजपा के लोगों ने नहीं पढ़ने दिया। आखिरकार भारी हंगामे व शोर के बीच ही महापौर को एजेंडा व शौक संदेश पढ़ना पढ़ा। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि 15 साल में भाजपा ने किस प्रकार विपक्ष की आवाज दबाई थी।

बीजेपी ने कार्रवाही को बताया असंवैधानिक

वहीं, दिल्ली नगर निगम की मंगलवार को हुई सदन की बैठक को भाजपा पार्टी के सदस्यों ने महापौर शैली ओबेरॉय पर असंवैधानिक तरीके से सदन चलाने पर पूरी कार्रवाई को रद्द करने की मांग को लेकर निगम सचिव को मांग पत्र दिया है। इस बारे में प्रदेश भाजपा महासचिव हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय को हाउस की कार्यवाही चलाने की संवैधानिक कार्यशैली की जानकारी तक नहीं है।

उन्होंने सदन की बैठक के एजेंडे को बिना सदन के पटल पर पेश किए ही स्वीकृत घोषित करने के लिए महापौर की आलोचना की है और इसे अनुभवहीन महापौर द्वारा सदन चलाने का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में वरिष्ठ पार्षद शिखा राय एवं संदीप कपूर के नेतृत्व में 10 भाजपा पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने निगम सचिव को विरोध पत्र सौंपा और इस पूरी बैठक की कार्यवाही को रद्द करने की मांग की।

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