Delhi मेट्रो का होगा विस्तार, डेरावल नगर से पुल बंगश के बीच सुरंग खुदाई शुरू, देखें रोड मैच

दिल्ली (Delhi) में मेट्रो (Metro) रेल का विस्तार लगातार जारी है। इसी कड़ी में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने शुक्रवार को मजेंटा लाइन (Magenta Line) फेज 4 जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर (West-RK Ashram Corridor) के तहत निर्माण होने वाली लाइन पर डेरावल नगर (Derawal Nagar) से पुल बंगश के बीच सुरंग की खुदाई शुरू हो गई। DMRC के प्रबंध निदेशक सतीश कुमार (Satish Kumar) ने आला अधिकारियों की मौजूदगी में डेरावाल नगर में टनल बोरिंग मशीन भूमि को जमीन में उतारा। यह फेज चार की मेट्रो लाइनों के भूमिगत कॉरिडोर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली चौथी टीवीएम मशीन है, जिसे डीएमआरसी ने भूमि नाम दिया है। इसके साथ ही इस लाइन के निर्माण के लिए सुरंग की खुदाई के कार्य में और तेजी आ गई है।
तीन किलोमीटर लंबी होगी सुरंग
डीएमआरसी प्रवक्ता अनुज दयाल के अनुसार, 28.92 किलोमीटर लंबी जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर का 19.52 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड व 9.40 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा। इस कॉरिडोर के लिए जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच 2.2 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि कृष्णा पार्क एक्सटेंशन से आजादपुर तक यह कॉरिडोर एलिवेटेड होगा। वहीं, डेरावल नगर से आरके आश्रम के बीच इस कॉरिडोर का करीब 7.2 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत होगा। इस हिस्से पर छह स्टेशन होंगे। इस भूमिगत कॉरिडोर के लिए ही डेरावल नगर से पुल बंगश के बीच सुरंग की खुदाई कार्य का एमडी सतीश कुमार ने अपने हाथों से शुभारम्भ किया है, जोकि करीब तीन किलोमीटर लंबी सुरंग होगी।
इन क्षेत्रों से गुजरेगी मेट्रो
उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन सुरंग की गहराई डेरावल नगर में 12.4 मीटर से लेकर नजफगढ़ नाले के पास 25.9 मीटर तक होगी। इस वजह से टीवीएम अलग-अलग भूगर्भीय स्तर से होकर गुजरेगी। भूमिगत कॉरिडोर के इस हिस्से पर तीन मेट्रो स्टेशन डेरावल नगर, घंटा घर और पुलबंगश होंगे। जानकारी अनुसार यह सुरंग जीटी करनाल रोड पर घनी आबादी वाले कई आवासीय व व्यावसायिक इलाकों के नीचे होकर गुजरेगी। इसमें डेरावल नगर, राणा प्रताप नगर, शक्ति नगर, कमला नगर, घंटाघर, सब्जी मंडी, रोशनारा रोड आदि सघन क्षेत्र शामिल हैं।
65.10 किलोमीटर होगी मेट्रो की कुल लंबाई
इसको लेकर डीएमआरसी ने पहली बार टीबीएम मशीन को एक खास तकनीक से लैस किया है। इसकी मदद से सुरंग की खुदाई के समय टीबीएम के कटर हेड फेस से 20 मीटर आगे तक की पूरी भूगर्भीय स्थिति की जानकारी तुरंत अधिकारियों को मिलती रहेगी। बता दें कि फेज चार में तीन मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर शामिल है। इनकी कुल लंबाई 65.10 किलोमीटर होगी। जिसमें 36.35 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड व 28.84 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा।
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