प्रदूषण से दिल्ली-NCR की स्थिति बेहद खराब, एनसीआर के कई शहरों में सूचकांक 350 के पार पहुंचा

देश की राजधानी दिल्ली की हवाएं बेहद खराब स्तर पर बनी हुई हैं। मौसम स्थिर रहने के कारण दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर दर्ज किया गया। दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई मंगलवार की सुबह 433 दर्ज किया गया। जो गंभीर स्तर पर है। वही राजस्थान के कोटा के साथ ही दिल्ली में सोमवार को सबसे ज्यादा हवा खराब रही चली। इन दोनों शहरों का सूचकांक 353 रहा। हैरानी की बात यह है कि इस श्रेणी में 55,000 वर्ग किलोमीटर में फैले एनसीआर के 22 शहरों की हवा दर्ज की गई।
जबकि देश भर के 27 शहर इस स्तर तक प्रदूषित रहे। सफर का अनुमान है कि हवा की गति में बदलाव से अगले दो दिनों में प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के अनुसार, चलने वाली सतही हवाओं की दिशा उत्तर थी। यह सुबह लगभग शांत थी और लेकिन दिन के दौरान हवा को लगभग 4 किमी प्रति घंटे दर्ज किया गया। दिन भर आसमान साफ रहा।
वहीं, मिश्रण की ऊंचाई करीब 1750 मीटर थी। लगभग 10 वर्ग किमी/सेकेंड के साथ वेंटिलेशन इंडेक्स में सुधार हुआ, लेकिन तेज हवा नहीं चले के कारणज्यादा राहत नहीं मिली सकी। मानकों के अनुसार, जब हवा की गति 6 वर्ग किमी/सेकेंड के सूचकांक पर 10 किमी प्रति घंटा या उससे अधिक होती है, तो प्रदूषण घना नहीं होता है। इस दौरान हवाएं प्रदूषकों को दूर तक ले जाती हैं। वहीं, पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के 3125 मामले दर्ज किए गए।
इससे दिल्ली के प्रदूषण में पीएम 2.5 की हिस्सेदारी 10 फीसदी रही। मंगलवार को इसके 4-8 किमी प्रति घंटे और बुधवार को 6-8 किमी प्रति घंटे रहने की उम्मीद है। मंगलवार को इसकी दिशा उत्तर और बुधवार को पश्चिम की ओर होगी। इस बीच वेंटिलेशन इंडेक्स भी संकीर्ण होगा क्योंकि मिश्रण की ऊंचाई कम है। इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर स्तर की सीमा रेखा पर बनी रहेगी।
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