Delhi Pollution : दिल्ली-एनसीआर में नहीं सुधर रहे प्रदूषण के हालात, कई इलाकों में हवा अब भी 'जहरीली'

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद देश की राजधानी और उसके आसपास के इलाकों के वायु प्रदूषण में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। दिवाली के बाद से दिल्ली-एनसीआर की हवा काफी खराब बनी हुई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार को सुबह छह बजे तक दिल्ली में एक्यूआई 347 पर बना रहा, जो दर्शाता है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब है।
लेकिन उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली तेज हवाएं हवा में मौजूद प्रदूषकों को फैलाने में मदद करेंगी। इससे हवा की गुणवत्ता के स्तर में मामूली सुधार होगा। अगले दो दिनों तक अच्छी धूप और तेज हवाओं के कारण मौसम साफ और सुहावना बना रहेगा। हालांकि, आज सुबह दिल्ली का एक्यूआई 347 दर्ज किया गया है। सफर के मुताबिक पिछले हफ्ते से पराली जलाने के मामलों में कमी आई है।
एक दिन पहले पड़ोसी राज्यों में 752 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई थीं। इससे उत्पन्न पीएम 2.5 का प्रदूषण के हिस्से में न के बराबर हिस्सा है। एक दिन पहले महज तीन फीसदी हिस्सेदारी ही दर्ज हुई। आशंका जताई जा रही है कि अगले 24 घंटे में हवा की रफ्तार तेज होने से दिल्ली-एनसीआर के वातावरण में मौजूद प्रदूषक फैल जाएंगे।
साथ ही यह दिल्ली समेत दक्षिण-पूर्वी हिस्से से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के अनुसार शनिवार को हवा की गति चार से छह किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है। वहीं, मिश्रण की ऊंचाई 800 मीटर थी। हवा की गति और मिश्रण की ऊंचाई के अनुपात से वेंटीलेशन इंडेक्स 2500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया गया है।
अगले 24 घंटों में हवा की गति बढ़कर आठ से 12 किमी प्रति घंटा हो जाएगी और मिश्रण की ऊंचाई छह हजार वर्ग मीटर तक पहुंच जाएगी। इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। अनुमान है कि सोमवार तक हवा की गति रिकॉर्ड 16 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। यदि वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकंड है और हवा की गति 10 किमी प्रति घंटे से कम है, तो यह प्रदूषण बढ़ाने में मदद करता है।
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