Delhi police: 100 कारतूस, नकदी, सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल के साथ पुलिस ने दो बदमाशों को दबोचा

नई दिल्ली। साल समाप्ति के दौरान कोई अनहोनी घटना न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस विशेष सतर्कता से कार्य कर रही है। दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिला की पुलिस टीम ने साल 2022 समाप्त होने से 2 दिन पहले लूटपाट करने वाले एक गैंग के साथ मुठभेड़ में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी से फिलहाल 05 मामलों का खुलासा करने का दावा किया गया है। पुलिस टीम ने बदमाशों के पास से सेमीऑटोमेटिक पिस्टल, 08 मैगजीन और 100 से ज्यादा जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।
इसके साथ पुलिस ने कैश और एक बुलेट बाइक भी जब्त किया है। डीसीपी नॉर्थ सागर सिंह कलसी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस गैंग का मास्टरमाइंड दीनबंधु और उसके साथी सोमवीर को मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम दबोचने में कामयाब रही। यह गैंग लूट की कई वारदात में भी शामिल रहा है। जो इन्होंने दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अंजाम दिया था और इसकी पुलिस की टीम काफी समय से तलाश भी कर रही थी।
स्पेशल स्टाफ की टीम ने विशेष जानकारी के आधार पर पकड़ा
पुलिस ने बताया कि इन बदमाशों के बारे में उतरी जिला के स्पेशल स्टाफ की टीम को एक विशेष जानकारी मिली थी। उसी जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में स्पेशल स्टाफ का काम देख रहे सिविल लाइंस थाना के एसएचओ अजय शर्मा, सब इंस्पेक्टर रोहित शर्मा, प्रवीण कुमार आदि की टीम ने इन बदमाशों को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है।
फंसता देख बदमाशों ने चलाई गोली
पुलिस टीम ने मौके पर ट्रैप लगाया और बदमाशों ने अपने आपको पुलिस टीम से घिरता देख, फिर भागने के लिए पुलिस टीम पर ही गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम ने भी गोली चलाई और भागने से पहले समय पर इन दोनों को काबू कर लिया। जब इन दोनों बदमाशों की तलाशी ली गई तो हथियार और भारी मात्रा में कारतूस भी बरामद किए।
सिविल लाइंस में हुई 30 लाख की लूट में शामिल
पूछताछ में इन दोनों की पहचान दीनबंधु और उसके साथी के रूप में की गई और आगे की जब छानबीन की गई, तो लूट के 05 मामलों का खुलासा भी किया गया। आगे और विस्तृत पूछताछ अभी पुलिस की टीम के द्वारा की जा रही है। जानकारी के अनुसार यह मुठभेड़ सिविल लाइंस इलाके में बाड़ा हिंदू राव अस्पताल के पास हुआ है। सिविल लाइंस इलाके में बीते दिनों हुई 30 लाख की लूट की वारदात में भी ये बदमाश शामिल रहे हैं।
लूट और मर्डर के मामले को तीस हजारी कोर्ट के पास अंजाम दिया था
पुलिस के अनुसार पुलिस को अभी पता चला कि गैंग का मास्टरमाइंड दीनबंधु जब 11वीं क्लास में पढ़ता था, तभी से यह क्राइम की दुनिया में आ गया। इसने सबसे पहले स्कूल के प्रिंसिपल की हत्या 2000 में की थी। उसके बाद 2012 में लूट और मर्डर के मामले को तीस हजारी कोर्ट के पास अंजाम दिया था। जेल से बाहर आने के बाद यह फिर 2019 में एनडीपीएस के मामले में गिरफ्तार हुआ था।
लगातार स्कूटी-बाईक चुराकर करता था वारदात
पुलिस ने बताया कि उसके बाद यह बाहर निकलने के बाद फिर स्कूटी बाइक चुराने लगा और उससे ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम देने लगा। जिस स्कूटी और बाइक को चुराता था, उससे वारदात को अंजाम देकर उसे कहीं भी छोड़ देता था। इसके ऊपर दो दर्जन से ज्यादा मामले दिल्ली के अलग-अलग थाना इलाकों में चल रहे हैं। दीनबंधु और इसके साथी सोमबीर पर पहले से मर्डर के कई मामले चल रहे हैं। उन मामलों में इन्हें सजा भी मिली हुई है, लेकिन आगे ये अपील पर हैं। उनमें बाद में इन्हें बेल मिल गया था।
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