Delhi: क्राइम ब्रांच का एक्शन, नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का किया पर्दाफाश, एक गिरफ्तार

Delhi: क्राइम ब्रांच का एक्शन, नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का किया पर्दाफाश, एक गिरफ्तार
X
Delhi: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गुलाबी बाग इलाके में चल रही फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में फैक्ट्री के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

Delhi: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गुलाबी बाग इलाके में चल रही फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में फैक्ट्री के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस फैक्ट्री में खुजली की दवा बनाई जाती थी। मौके से भारी मात्रा में मेडिकल उपकरण और जेल भी बरामद हुआ है।

स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के अनुसार, बेटनोवेट-एन क्रीम के खाली ट्यूब वाले 57 कार्टन बरामद किए गए हैं। प्रत्येक कार्टन में 1200 ट्यूब (लगभग 68,000 खाली ट्यूब) पाई गई। बेटनोवेट-एन क्रीम के भरे ट्यूब वाले चार कार्टन मिले। प्रत्येक कार्टन में 550 ट्यूब (लगभग 2200 ट्यूब) बरामद हुए। इस फैक्ट्री को चलाने के आरोप में अवन मोंगा निवासी विष्णु गार्डन को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस को पिछले कुछ महीनों से इनपुट मिल रहा था कि कुछ कंपनियों द्वारा कई डुप्लिकेट सौंदर्य प्रसाधन और दवा उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। इस प्रकार की अवैध गतिविधि न केवल कॉपीराइट अधिनियम के अंतर्गत आती है, बल्कि लोगों को परेशानी का सबब भी बनती है।

क्राइम ब्रांच को मैन्युअल और तकनीकी स्रोतों के माध्यम से जानकारी मिली और गुलाबी बाग क्षेत्र में एक कंपनी पर छापा मारा गया। प्लॉट नंबर 99 में यह फैक्ट्री चल रही थी। पूछताछ के दौरान अवन सिंह मोंगा ने खुलासा किया कि वह मोटा मार्जिन हासिल करने के लिए पिछले एक साल से यह फैक्ट्री चला रहा था। इसके लिए बाहरी दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस से बेटनोवेट-एन का मुद्रित बाहरी कवर और ट्यूब प्राप्त करता था। उसके बाद अपनी फैक्ट्री में क्रीम को भरने और सील करने के लिए उसका उपयोग करता था। उसने यह कारोबार बाहरी दिल्ली के इलाके में फैला रखा था।

यह भी पढ़ें :- Delhi Metro: दिल्ली में मेट्रो ट्रेन के दरवाजों के बीच साड़ी फंसने से घायल हुई थी महिला, दो दिन बाद अस्पताल में तोड़ा दम

पुलिस पूरी चेन का खुलासा करने का प्रयास कर रही है। मोंगा 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। पहले वह अपने भाई के साथ अनब्रांडेड प्रोडक्ट्स का निर्माण करता था। आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने अपनी खुद की फैक्ट्री स्थापित की और अलग-अलग कंपनी के डुप्लीकेट उत्पाद बनाना शुरू कर दिया।

Tags

Next Story