Delhi Pollution: दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब श्रेणी में दर्ज, पराली जलाने की घटनाएं बढ़ीं

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर बृहस्पतिवार की सुबह गंभीर श्रेणी के नजदीक पहुंच गया। हवा की गति धीमी होने और पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई। शहर में सुबह दस बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 392 दर्ज किया गया। शादीपुर, पटपड़गंज, जहांगीरपुरी और विवेक विहार समेत 14 निगरानी स्टेशनों पर एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
हवा की गति कम एकत्रित हुये प्रदूषक तत्व
वैज्ञानिक ने कहा कि बुधवार को हवा की गति कम थी, जिसके कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो गए। उन्होंने कहा कि कुछ समय की राहत के बाद शाम तक वायु गुणवत्ता पुनः बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर' के अनुसार दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने का योगदान बुधवार को 18 प्रतिशत था। चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई बुधवार को 297, मंगलवार को 312, सोमवार को 353, रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था।
हवा की रफ्तार तेज होने प्रदूषक तत्व में होता है बिखराव
हवा की गति धीमी होने और कम तापमान के कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो जाते हैं और हवा की रफ्तार तेज होने से वे बिखर जाते हैं। उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
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