Delhi Pollution Update: दिल्ली की हवा हुई बहुत खराब, आज का 304 रहा AQI

Delhi Pollution Update: दिल्ली की हवा हुई बहुत खराब, आज का 304 रहा AQI
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Delhi Pollution Update: दिल्ली में हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने लगा है। जिसके कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई।

दिल्ली में हवा तीसरे दिन बहुत ज्यादा खराब हो गई। इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है। दिल्ली में हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने लगा है। जिसके कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई।

पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की संख्या में वृद्धि

पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के नजदीकी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटना में वृद्धि भी दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली है महानगर में सुबह 9:30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 304 दर्ज किया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। सोमवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 261 रहा, जो फरवरी के बाद से सबसे खराब है। यह औसत रविवार को 216 और शनिवार को 221 दर्ज किया गया था। दिल्ली के वजीरपुर में एक्यूआई 380, विवेक विहार में 355 और जहाँगीरपुरी में 349 रही, जहां सबसे अधिक प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया।

हवा की कम गति और कम तापमान के कारण फैल रहा है प्रदूषण

एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट का कारण हवा की कम गति और कम तापमान हो सकता है जिसके चलते हवा में प्रदूषक जमा होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में भी पराली जलाने की घटना बढ़ गई है। इसके अलावा, वेंटिलेशन इंडेक्स कम है। वेंटिलेशन इंडेक्स वह गति है जिस पर प्रदूषक पदार्थ फैल सकते हैं। हवा की 10 किमी प्रति घंटे से कम की औसत गति के साथ 6000 वर्गमीटर प्रति सेकंड से कम का वेंटिलेशन इंडेक्स प्रदूषकों के बिखरने के लिए प्रतिकूल होता है।

पीएम10 का स्तर 300 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में पीएम10 का स्तर सुबह नौ बजे 300 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। भारत में 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे पीएम10 का स्तर सुरक्षित माना जाता है। पीएम10, 10 माइक्रोमीटर के व्यास वाला सूक्ष्म अभिकण होता है, जो सांस के जरिये फेफड़ों में चले जाते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है। ये अभिकण धूल-कण इत्यादि के रूप में होते हैं। पीएम2.5 का स्तर 129 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। पीएम2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक सुरक्षित माना जाता है। पीएम2.5 अति सूक्ष्म महीन कण होते हैं जो रक्तप्रवाह में भी प्रवेश कर सकते हैं।

विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड-19 महामारी और बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण दिल्ली के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। इस वर्ष, दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण-विरोधी अभियान 'युद्ध प्रदुषण के विरुध'' शुरू किया है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कर रहे हैं।

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