Delhi Pollution Update: दिल्ली के दम घोंटू प्रदूषण में सांस लेने को मजबूर लोग, जानें आज का AQI

(Delhi Pollution Update) दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली के लोग इस दम घोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोग प्रदूषण को कम करने की कोशिश में लगे हुये है। कुछ हद तक प्रदूषण को कम भी किया गया है। लेकिन दिल्ली की हवा फिर भी खराब श्रेणी में बनी हुई है। प्रदूषण संबंधी अनुमान जताने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।
दिल्ली में एक्यूआई 380 दर्ज किया गया
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बृहस्पतिवार को कुछ समय के लिए गंभीर स्तर पर रहा और इसके बाद यह बहुत खराब श्रेणी मे पहुंच गया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली सफर के अनुसार, दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने का योगदान बृहस्पतिवार को इस मौसम में सर्वाधिक 36 प्रतिशत था। दिल्ली में सुबह साढ़े नौ बजे एक्यूआई 380 दर्ज किया गया।
हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने का योगदान ज्यादा
सीपीसीबी के डेटा के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे पीएम10 का स्तर 424 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया जो इस मौसम में सर्वाधिक है। भारत में 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे के पीएम 10 का स्तर सुरक्षित माना जाता है। पीएम 2.5 का स्तर 231 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर मापा गया। भारत में 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पीएम 2.5 के स्तर को सुरक्षित माना जाता है। नासा से प्राप्त उपग्रह चित्रों में पंजाब के अधिकांश और हरियाणा के कुछ हिस्सों में पराली इत्यादि जलाने की घटनाओं की पुष्टि हुई।
दिल्ली के प्रदूषण में अब पराली जलाने का 36 प्रतशित योगदान
सफर के अनुसार, पीएम2.5 संक्रेंद्रण में पराली जलाने का योगदान दिल्ली में 36 प्रतशित रहा। यह बुधवार को 18 प्रतिशत, मंगलवार को 23 प्रतिशत, सोमवार को 16 प्रतिशत, रविवार को 19 प्रतिशत और शनिवार को नौ प्रतिशत रहा। सफर ने कहा कि सतह पर हवा की गति बढ़ने और वातायन की बेहतर परिस्थितियों से शनिवार तक हालात में काफी सुधार की उम्मीद है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS