Delhi-NCR: प्रदूषण से एक बार फिर घुटेगा दिल्ली का दम, ठंड बढ़ने से घुलेगा हवा में जहर

Delhi-NCR: प्रदूषण से एक बार फिर घुटेगा दिल्ली का दम, ठंड बढ़ने से घुलेगा हवा में जहर
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दिल्ली वासियों के लिए एक बुरी खबर है। दिल्ली में एक बार फिर से लोगों का दम घुटने वाला है। बढ़ते ठंड के कारण दिल्ली में हवा धीमी हो रही है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका है। पढ़िये रिपोर्ट...

दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर से दिल्ली का दम घुटने वाला है। ठंड बढ़ने के कारण दिल्ली की हवा फिर से जहरीली होती जा रही है। जो इस बात का संकेत है कि दिल्ली एक बार फिर से प्रदूषण की चपेट में आने वाला है। विशेषज्ञों की मानें तो अगले छह दिनों तक दिल्ली की हाल बुरा रहने वाला है।

हाल ही में दिल्ली प्रदूषण की मार झेल रहा था। इस दौरान दिल्ली का AQI 400 के पार पहुंच गई थी। पराली जलाने की समस्या से दिल्ली महीनों तक जूझता रहा। कुछ पल के लिए ही सही, लेकिन दिल्ली को राहत मिली थी। अब एक बार फिर से दिल्ली की हवा में जहर घुलने वाला है। दरअसल जैसे-जैसे दिल्ली में ठंड बढ़ रही है, वैसे ही हवाएं भी कमजोर हो गई हैं। इसके कारण एक बार फिर वायु प्रदूषण बढ़ने वाला है। बता दें कि इस समय राजधानी में प्रदूषण झज्जर से आ रहा है। डीएसएस (डिसीजन सपोर्ट सिस्टम) के अनुसार इस समय राजधानी में करीब 23 से 25 प्रतिशत प्रदूषण झज्जर से आ रहा है।

दिल्ली का AQI लेवल खतरनाक स्तर पर

सोमवार को दिल्ली का औसतन AQI 379 है। वहीं अगर हम एनसीआर की बात करें तो नोएडा-62 का AQI 354 रहा। बता दें कि अगर किसी प्रदेश का वायु गुणवत्ता सूचकांक {AQI} अगर 300 से अधिक है तो उसे बेहद ही खराब श्रेणी में गिना जाता है। इस आकलन के हिसाब से देखें तो प्रदूषण के मामले में दिल्ली की हालत बहुत खराब है।

अगले एक सप्ताह तक दिल्ली का कैसा रहेगा हाल

आईआईटीएम पुणे की मानें तो दिल्ली में 28 नवंबर को प्रदूषण में काफी इजाफा होने वाला है। इसका स्तर अगले 6-7 दिनों तक खराब ही रहेगा। आईआईटीएम की मानें तो प्रदूषण का स्तर अगले एक सप्ताह तक बेहद खराब बना रहेगा। AQI लेवल 400 से कुछ ही नीचे रह सकता है। ऐसे में दिल्ली के लोगों को अगला एक सप्ताह प्रदूषण की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

दिल्ली में कहां से कितना प्रदूषण

यूं तो दिल्ली में प्रदूषण का एक मुख्य वजह पराली जलाने को माना जाता है, लेकिन फिलहाल पराली जलाने का सीजन जा चुका है। ऐसे में डीएसएस (डिसीजन सपोर्ट सिस्टम) की मानें तो दिल्ली में सबसे अधिक प्रदूषण झज्जर से आ रहा है। दरअसल झज्जर में कोयला आधारित पावर प्लांट है, ऐसे में वही प्रदूषण की एक वजह लग रही है। इसके अलावा दिल्ली में गाड़ियों से करीब 20-22 प्रतिशत तक प्रदूषण होता है। इसके अलावा दिल्ली और आसपास के उद्योगों की प्रदूषण में हिस्सेदारी 8 से 10 प्रतिशत तक रही है।

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