नामचीन 200 स्कूलों में रहती है मारा मारी, 1500 निजी विद्यालयों में होगा आसानी से दाखिला

नामचीन 200 स्कूलों में रहती है मारा मारी, 1500 निजी विद्यालयों में होगा आसानी से दाखिला
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दिल्ली के निजी स्कूलों में बच्चों के दाखिले को लेकर अभिभावकों के माथे पर अभी से चिंता की लकीरें खींच आई है। लेकिन इस मुद्दे पर दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन (डीएसपीएसएमए)ने कहा है कि दिल्ली में मात्र 200 ऐसे स्कूल हैं जिनमें नर्सरी दाखिले की मारामारी रहती है।

नई दिल्ली। दिल्ली के निजी स्कूलों में बच्चों के दाखिले को लेकर अभिभावकों के माथे पर अभी से चिंता की लकीरें खींच आई है। लेकिन इस मुद्दे पर दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन (डीएसपीएसएमए)ने कहा है कि दिल्ली में मात्र 200 ऐसे स्कूल हैं जिनमें नर्सरी दाखिले की मारामारी रहती है। जबकि शेष 1500 स्कूलों में क्राइटेरिया के बिना भी सभी को दाखिला मिल जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष आर. सी. जैन ने बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में 1 दिसंबर से नर्सरी दाखिले की शुरुआत के साथ लगभग 1700 मान्यता प्राप्त स्कूलों में नर्सरी, केजी और प्रथम कक्षाओं में दाखिलों के लिए ऑन लाइन-ऑफ लाइन फार्म भरने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मात्र 200 ही ऐसे नामचीन स्कूल हैं जिनमें दाखिले की मारामारी होती है।

लेकिन दिल्ली के 1500 से अधिक स्कूल ऐसे हैं जहां पर दाखिले ही इन स्कूलों में दाखिले की पूरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शुरू होती है। ऐसे में शेष स्कूलों में आसानी से दाखिला होता है। उन्होंने कहा दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक दाखिला प्रक्रिया पूरा करने का आदेश दिया था तो उस समय हमारी एसोसिएशन के एक सदस्य स्कूल ने दिल्ली हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी कि यह सिस्टम सही नहीं है। हमारे जैसे स्कूलों में दाखिले 1 अप्रैल से शुरू होते हैं जबकि इन 200 नामचीन स्कूलों में अभिभावक मारामारी करते हैं। जब ऐसे बच्चों को दाखिला उन स्कूलों में नहीं होता उसके बाद ही यह अभिभावक हमारे स्कूलों में दाखिले के लिए शुरुआत करते है। जैन ने कहा कि उस समय सभी स्थिति को ध्यान में रखते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने ऐसे स्कूलों को 31 जुलाई तक दाखिला प्रक्रिया पूरी करने के लिए आदेश दिया था।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी अभिभावकों से यह अपील करता हूं कि सबसे पहले अपने घर के आस-पास के स्कूलों में ही बच्चे को दाखिले की प्राथमिकता दें। और साथ ही जिनका दाखिला 31 मार्च तक नहीं हो पाता है उनके लिए 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक दाखिले का प्रोसेस चलता रहेगा। यह वह स्कूल है जिनमें किसी क्राइटेरिया की जरूरत नहीं होती है और समय रहते तुरंत दाखिला मिल जाता है। कुछ नामचीन लोगों ने दाखिले की प्रक्रिया को इतना जटिल बनाने का प्रयास किया है कि मानो दिल्ली में नर्सरी दाखिला लेना एक बहुत बड़ी समस्या है।

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