दिल्ली की DTC बसों में ई-टिकटिंग सुविधा शुरू, यात्रियों से परिवहन मंत्री ने की ये अपील

दिल्ली की DTC बसों में ई-टिकटिंग सुविधा शुरू, यात्रियों से परिवहन मंत्री ने की ये अपील
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परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने जानकारी दी और कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में, बसों में शुरू किये गए कॉन्टैक्टलेस ई-टिकटिंग एप्प परीक्षण के दूसरे चरण में, पहले दिन 1500 पिंक टिकट सहित लगभग 2000 टिकट एप्प द्वारा खरीदी गई। मैं बस यात्रियों से अनुरोध करता हूँ की वो इस एप्प का ही इस्तेमाल टिकट बुकिंग के लिए करे।

दिल्ली सरकार ने सरकारी बसों में ई-टिकट बुकिंग को लेकर परीक्षण कर रही है। इससे कोरोना वायरस से बचाव और कैशलेस ट्रांजेक्शन प्रक्रिया अपनाने में मदद मिलेगी। कोरोना संकट में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो सकेगा। यात्री बिना किसी के संपर्क में आये खुद से टिकट खरीद सकते है।

इसी लेकर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने जानकारी दी और कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में, बसों में शुरू किये गए कॉन्टैक्टलेस ई-टिकटिंग एप्प परीक्षण के दूसरे चरण में, पहले दिन 1500 पिंक टिकट सहित लगभग 2000 टिकट एप्प द्वारा खरीदी गई। मैं बस यात्रियों से अनुरोध करता हूँ की वो इस एप्प का ही इस्तेमाल टिकट बुकिंग के लिए करे।

आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण उसके बाद लगे लॉकडाउन में बंद किये गिये रूटों और वहीं पहले से बंद किये गये रास्तों पर भी दिल्ली सरकार ने बस चलाने का ऐलान किया था। इन रूटों पर फिर से यात्री सफर कर पायेंगे। इसकी जानकारी डीटीसी के अधिकारी ने दी है। दिल्ली की सड़कों पर आने वाले समय में डीटीसी और क्लस्टर बसे दौड़ती दिखेगी। क्योंकि कुछ महीनों में ही डीटीसी और क्लस्टर नई बसें बेड़े में शामिल होने वाली है।

अधिक बसें आने की वजह से यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी वहीं उनका ज्यादा समय भी बर्बाद नहीं होगा। एक जानकारी मुताबिक, 2015 से दिल्ली की सड़कों पर 574 बसें दौड़ती थी। धीरे-धीरे इसकी संख्या कम होती गई और 2019 में यह घटकर 442 बसें रह गई। तब से अभी तक इतने ही बसें दिल्ली की सड़कों पर चल रही है। डीटीसी और क्लस्टर की बसों की संख्या बढ़ने से जहां बसों की संख्या में वृद्धि होगी वहीं पुराने रूटों पर भी बसें चलाई जा सकेंगी। पुराने रूटों के साथ-साथ नये रूटों पर भी बसें चलाने की योजना सरकार बना रही है। क्योंकि डीटीसी की यह योजना है कि दिल्ली के ग्रामीण इलाकों और दिल्ली के बॉर्डरों वाले इलाकों में भी यात्रियों के लिए बसों की सुविधा बेहतर हो सके।

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