मुंडका अग्निकांड में फैक्ट्री मालिक के पिता की भी झुलसकर मौत, CM केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का किया ऐलान

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन (Mundka Metro Station) के पास शुक्रवार की शाम लगी आग में कंपनी के मालिक वरुण (Varun) और हरीश गोयल (Harish Goyal) के पिता अमरनाथ की भी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक जिस वक्त आग लगी उस समय मोटिवेशनल स्पीच (Motivational Speech) चल रही थी और वहां अमरनाथ मौजूद थे।
वह आग में फंस गया, जिसके कारण वह इमारत से बाहर नहीं निकल सके। आग में बुजुर्ग अमरनाथ गोयल बुरी तरह झुलस गए। जहां उनकी अस्पताल में मौत हो गई। दरअसल, मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने कमर्शियल बिल्डिंग चलाने वाली कंपनी के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने दोनों को गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
जबकि इमारत का मालिक मनीष लाकड़ा फिलहाल फरार है। वही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) शनिवार को घटनास्थल पर पहुंचे। केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा इस घटना के आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जांच के नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि इस घटना के लिए कौन ज़िम्मेदार है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, जांच के नतीजे आने दीजिए।
हमने एक हेल्प डेस्क भी लगाया है, परिजनों से संपर्क किया जा रहा है... दिल्ली सरकार की तरफ से मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50-50 हज़ार का मुआवजा दिया जाएगा: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल pic.twitter.com/LN6gqTGgwo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2022
केजरीवाल ने कहा मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली सरकार की तरफ एक हेल्प डेस्क भी लगाया है, परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। केजरीवाल ने आगे कहा इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50-50 हज़ार का मुआवजा दिया जाएगा।
वही दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग (Atul Garg) ने कहा हमने कुल 30 फायर टेंडर को भेजा और काम में 125 लोगों को लगाया। हमें रात को 27 शव मिले, कुछ शवों के हिस्से सुबह मिले हैं, कुल मृतकों की संख्या 29-30 हो सकती है। अतुल गर्ग ने कहा इस इमारत में फायर एनओसी नहीं था और आग बुझाने का कोई उपकरण भी नहीं था। इमारत में प्लास्टिक का सामान और CCTV आदि था इसलिए आग एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर फैल गई। हमारा रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) अब पूरा हो चुका है, अब इसमें और शव मिलने की संभावना नहीं है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS