Farmers Protest: किसान आंदोलन के आज 7 महीने पूरे, दिल्ली पुलिस बोलीं- राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर फर्जी

Farmers Protest 26 जून को किसानों ने खेती बचाओ और लोकतंत्र बचाओ के रूप में मनाया। साथ ही राज्यों के राज्यपालों को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। किसानों ने ज्ञापन में विभिन्न मुद्दों को उठाया है। किसानों ने कहा है कि माननीय राष्ट्रपति जी, हम भारत के किसान बहुत दुख और रोष के साथ अपने देश के मुखिया को यह चिट्ठी लिख रहे हैं। आज 26 जून को अपने मोर्चे के सात महीने पूरे होने पर खेती बचाने और इमरजेंसी दिवस (Emergency Day) पर लोकतंत्र बचाने की दोहरी चुनौती को सामने रखते हुए हर प्रदेश से हम यह रोषपत्र आप तक पहुंचा रहे हैं। देश हमें अन्नदाता कहता है. पिछले 74 साल में हमने अपनी इस जिम्मेवारी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
जब देश आजाद हुआ तब हम 33 करोड़ देशवासियों का पेट भरते थे। आज उतनी ही जमीन के सहारे हम 140 करोड़ जनता को भोजन देते हैं। कोरोना महामारी के दौरान जब देश की बाकी अर्थव्यवस्था ठप्प हो गई, तब भी हमने अपनी जान की परवाह किए बिना रिकॉर्ड उत्पादन किया। खाद्यान्न के भंडार खाली नहीं होने दिए।कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर सुरक्षा व्यवस्था (Heavy Security Forces Deployed) बढ़ा दी गई है और इसके मद्देनज़र ITO पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। किसान आज देशभर में राज्यपाल (Governor) को ज्ञापन देंगे।
इसको देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उपराज्यपाल निवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। किसान नेता राजेश सिंह चौहान ने बताया कि 1साल से देश में अघोषित आपातकाल लगा है इसके विरोध में हम आज राज्यपाल के जरिए राष्ट्रपति जी को ज्ञापन सौंपेंगे क्योंकि किसानों का गेहूं मंडियों में सड़ रहा है। किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि आंदोलन को आज 7 महीने पूरे हो गए हैं, दो दिन से दिल्ली में काफी लोग आ रहे हैं। सरकार जब चाहे तब बातचीत शुरू कर सकती है, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। महीने में दो बार लोग यहां बड़ी संख्या में ट्रैक्टर के साथ आएंगे। इस बार सहारनपुर और मुजफ्फरनगर से ट्रैक्टर आए हैं।
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दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी की
दिल्ली पुलिस ने किसानों के विरोध मार्च करने की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा इंतजाम शनिवार को कड़े कर दिए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन शुरू करने के बाद से शनिवार को किसानों के प्रदर्शन को सात महीने पूरे हो जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी की दो और सीमाओं टीकरी और गाजीपुर में भी किसानों ने डेरा डाला हुआ है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने और उनकी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला एक नया कानून बनाने की मांग की है। दिल्ली मेट्रो ने शनिवार को चार घंटों के लिए येलो लाइन पर अपने तीन मुख्य स्टेशनों का बंद करने का फैसला किया है। डीएमआरसी ने शुक्रवार रात को ट्वीट किया कि दिल्ली पुलिस की सलाह पर सुरक्षा वजहों के मद्देनजर येलो लाइन पर तीन मेट्रो स्टेशन विश्वविद्यालय, सिविल लाइंस और विधानसभा शनिवार को सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक जनता के लिए बंद रहेंगे।'
राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर फर्जी: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबरों को शनिवार को फर्जी बताया। पुलिस ने बताया कि इस तरह की फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने ट्वीट किया कि फर्जी खबर! राकेश टिकैत की गिरफ्तारी से संबंधित खबर झूठी है। कृपया ऐसी फर्जी खबरों/ट्वीट से दूर रहें। इस तरह की झूठी खबरें/ट्वीट फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने भी बताया कि टिकैत को गिरफ्तार नहीं किया गया है। मलिक ने कहा कि पुलिस ने टिकैत को गिरफ्तार नहीं किया था।
किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने कहा- हमारी पार्टी किसानों के साथ
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के सात महीने पूरा होने पर शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी इन सत्याग्रही अन्नादाताओं के साथ खड़ी है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि सीधी-सीधी बात है- हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं। गौरतलब है कि केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। वे इन तीनों कानूनों को रद्द करने और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने के लिए एक नया कानून लाने की मांग कर रहे हैं।
आंदोलन को आज 7 महीने पूरे हो गए हैं, दो दिन से दिल्ली में काफी लोग आ रहे हैं। सरकार जब चाहे तब बातचीत शुरू कर सकती है, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। महीने में दो बार लोग यहां बड़ी संख्या में ट्रैक्टर के साथ आएंगे। इस बार सहारनपुर और मुजफ्फरनगर से ट्रैक्टर आए हैं: राकेश टिकैत, BKU pic.twitter.com/VfceuzOjVZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंप कर तीन किसान विरोधी कानूनों को फौरन रद्द करने के लिए केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध किया। मोर्चा ने अपने ज्ञापन के जरिए देश के करोड़ों किसान परिवारों की पीड़ा एवं गहरे रोष'' से राष्ट्रपति को अवगत कराया है। केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। वे इन तीनों कानूनों को रद्द करने और अपनी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने के लिए एक नया कानून लाने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर आज किसान ट्रैक्टर रैली करेंगे। इसके मद्देनज़र ITO पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। pic.twitter.com/E3fisBr6D8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को ज्ञापन सौंपकर इन कानूनों को वापस लिये जाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के सात महीने पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को संबोधित ये ज्ञापन दिए जाएंगे। टिकैत ने यह घोषणा यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए की।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। किसान आज देशभर में राज्यपाल को ज्ञापन देंगे। #farmlaws pic.twitter.com/Kt5NATEKtY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
यहां पर किसान करीब सात महीने से धरना दे रहे हैं और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को बंद कर रखा है। टिकैत ने गाजियाबाद में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर मुजफ्फरनगर से आए 100 ट्रैक्टरों की रैली का नेतृत्व करने के बाद किसानों को संबोधित किया। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो ने किसान आंदोलन की आशंका के मद्देनजर येलो लाइन पर शनिवार को चार घंटे के लिए तीन मुख्य स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है।
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