Farmers Protest: लंबा चल सकता है किसान आंदोलन, प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के बॉर्डरों पर बनाए 25 से 30 पक्के मकान

Farmers Protest नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगभग चार महीने से जारी है। दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर किसान अभी भी जमे हुए है। केंद्र सरकार (Central Government) किसानों की मांग पूरा नहीं कर पाई है। जिसके कारण किसान आंदोलन को लंबा खींचने के विचार में लग रहे है। इसी बीच, टीकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान रहने के लिए स्थाई घर बना रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि आंदोलन की कोई समयसीमा नहीं है और गर्मी का मौसम आ रहा है इसलिए हम स्थाई घर बना रहे हैं। अभी 25-30 पक्के मकान बन चुके हैं।
टीकरी बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान रहने के लिए स्थाई घर बना रहे हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 13, 2021
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "आंदोलन की कोई समयसीमा नहीं है और गर्मी का मौसम आ रहा है इसलिए हम स्थाई घर बना रहे हैं। अभी 25-30 पक्के मकान बन चुके हैं।" pic.twitter.com/FtJTaIASzo
वहीं अब दिल्ली में वहीं गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। किसान को गर्मी से बचाने के लिए भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने किसानों से धरनास्थल पर गर्मी और बारिश दोनों मौसमों को ध्यान में रखते हुए टेंट लगाने को कहा है, जिससे उन्हें आगे वाले आने मौसमों में किसी भी तरह की परेशानी न हो।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्षी नेता किसानों के आंदोलन को ज्यादा समर्थन नहीं दे रहे क्योंकि उन्हें डर है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को दो लोगों की सरकार बताया जो किसी की नहीं सुनती। उन्होंने युवाओं की और भागीदारी का आह्वान करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ फिलहाल आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा। टिकैत ने दावा किया कि विपक्ष बदहाल स्थिति में है और किसानों के मुद्दे पर नहीं बोल रहा है।
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