Farmers Protest: किसानों का आंदोलन 80 दिनों से जारी, टिकैत बोले- सरकार जल्द बात नहीं मानी तो लाखों प्रदर्शनकारी कूच करेंगे दिल्ली

Farmers Protest नये कृषि कानूनों (FarmLaws) को लेकर केंद्र (Central Government) के खिलाफ किसानों का आंदोलन 80 दिनों से जारी है। दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर अभी भी किसान काले कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। केंद्र और किसान दोनों अपनी-अपनी बातों पर अड़े है। कोई भी पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं है। वहीं केंद्र तक अपनी बातों को पहुंचाने के लिए किसानों की 18 तारीख तक सारा प्लान तैयार है। इसी बीच, किसान नेता नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने कहा कि किसानों का मनोबल नहीं टूटेगा। हम किसानों के दुख, दर्द में साथ है।
किसानों को बीच में छोड़कर नहीं जाएंगे। हिंसा में हम विश्वास नहीं करते हैं। हम शांति से आंदोलन चलाते रहेंगे। आंदोलन को सब किसान अपने खर्चे से चला रहे हैं। वहीं इसस पहले, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश नेता (Rakesh Tikait) कहा था कि हम पंचायती प्रणाली को मानने वाले लोग हैं। हम फैसलों के बीच में न पंच बदलते हैं और न ही मंच बदलते हैं। हमारा दफ्तर सिंघु बार्डर पर ही रहेगा और हमारे लोग भी वहीं रहेंगे। जो सरकार की लाइन थी बातचीत करने की उसी लाइन पर वह बातचीत कर लें। जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि सरकार एमएसपी पर कानून बनाए। नहीं तो लाखों किसान दिल्ली कूच करेंगे।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बॉर्डरों पर बंदोबस्त की समीक्षा की
दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शनों के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर कानून एवं व्यवस्था तथा बंदोबस्त की शनिवार को समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि बल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस प्रमुख ने सेंधमारी में शामिल अपराधियों, मादक पदार्थ से संबंधित एनडीपीएस कानून, आबकारी अधिनियम एवं जुए से जुड़े अन्य मामलों में शामिल अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा की। श्रीवास्तव ने ऐसे अपराधों को कम करने के लिए प्रभावी और टिकाऊ कदमों की जरूरत पर जोर दिया।
टीकरी बॉर्डर पर पुलिसकर्मी को पीटा गया
दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर कुछ लोगों ने एक पुलिसकर्मी को पीट दिया जो वहां लापता किसानों के पोस्टर लगाने गया था। जितेंद्र राणा नामक पुलिसकर्मी नांगलोई थाने में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि राणा को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है। इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी किसान लापता हो गए थे जिनके पोस्टर लगाने के लिए राणा टीकरी बॉर्डर गए थे। अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इस घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है।
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