Farmers Protest: किसानों का आंदोलन 68वें दिन भी जारी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्ट किया रूट

Farmers Protest: किसानों का आंदोलन 68वें दिन भी जारी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्ट किया रूट
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Farmers Protest: दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर रविवार को और गहमागहमी रही जहां केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा से काफी संख्या में किसान एकजुट हुए। कुछ किसानों ने खराब इंटरनेट सेवा और पानी तथा भोजन मिलने में कठिनाइयों की भी शिकायतें कीं।

Farmers Protest कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 68वें दिन भी जारी है। किसानों के ​प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है। वहीं गाज़ीपुर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश) बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए नोएडा के लिए अक्षरधाम पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। दूसरी तरफ, दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर रविवार को और गहमागहमी रही जहां केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा से काफी संख्या में किसान एकजुट हुए। कुछ किसानों ने खराब इंटरनेट सेवा और पानी तथा भोजन मिलने में कठिनाइयों की भी शिकायतें कीं।

प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास जीटी करनाल रोड स्थित प्रदर्शन स्थल पर निगरानी भी बढ़ा दी जहां हाथों में डंडा लिए हुए काफी संख्या में वालंटियर चक्कर लगा रहे हैं। शुक्रवार को 'स्थानीय' लोगों के हिंसक प्रदर्शन के परिप्रेक्ष्य में वे ऐसा कदम उठा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन, बीकेयू (दोआबा) के महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि पंजाब और हरियाणा से हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर शनिवार की शाम को सिंघू बॉर्डर पर पहुंचे।

उधर, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। विपक्ष यहां पर वोट तलाशने नहीं आए। विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। जबकि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के वरिष्ठ नेता नरेश टिकैत ने सत्तारूढ़ भाजपा को किसानों के मुकाबले अपनी शक्ति के प्रदर्शन की चुनौती देते हुए कहा है कि अब किसानों को अंदाजा हो गया है कि भाजपा सरकार से उन्हें मुकदमों के सिवा और कुछ नहीं मिलने वाला।

रविवार की शाम सोशल मीडिया पर साझा एक वीडियो में टिकैत ने कहा कि इस बिल को दबा दो, यह आग है, यह बहुत नुकसान की आग है। उन्होंने कहा कि अगर कानून वापस लिए जाते हैं तो सरकार को कोई नुकसान नहीं होगा। किसान यूनियनों के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को दावा किया कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से सौ से अधिक लोग लापता हैं और उसने इस मामले की जांच के लिये छह सदस्यीय समिति का गठन किया है। एक बयान के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा लापता लोगों की जानकारी एकत्रित करेगा और मामले को औपचारिक कार्रवाई के लिए अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा। उसने कहा कि लापता लोगों के बारे में कोई भी जानकारी 8198022033 फोन नंबर पर साझा की जा सकती है।

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