Farmers Protest: केंद्र के खिलाफ किसानों की आगे की रणनीति तैयार, राकेश टिकैत बोले- आंदोलन अभी आठ महीने और चलाना पड़ेगा

Farmers Protest नए कृषि कानूनों (Farm laws) को लेकर केंद्र के खिलाफ किसानों का आंदोलन करीब चार महीने से जारी है। दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर किसान अभी भी डटे हुए है। हालांकि फसल की कटाई को लेकर कई प्रदर्शनकारी अपने-अपने गांव लौट चुके है लेकिन मई के बाद से फिर से किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाएगा। इसी बीच, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि आंदोलन अभी आठ महीने और चलाना पड़ेगा।
आंदोलन अभी आठ महीने और चलाना पड़ेगा। किसान को आंदोलन तो करना ही पड़ेगा, अगर आंदोलन नहीं होगा तो किसानों की जमीन जाएगी। किसान 10 मई तक अपनी गेंहू की फसल काट लेंगे, उसके बाद आंदोलन तेज़ी पकड़ेगा: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता #FarmersProtest pic.twitter.com/BgyNz5WPyx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 1, 2021
किसान को आंदोलन तो करना ही पड़ेगा, अगर आंदोलन नहीं होगा तो किसानों की जमीन जाएगी। किसान 10 मई तक अपनी गेंहू की फसल काट लेंगे, उसके बाद आंदोलन तेज़ी पकड़ेगा। इससे पहले, संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की आगे रणनीति तय कर दी है। इसके तहत किसान मई में संसद तक पैदल मार्च करेंगे। हालांकि अभी तारीख की घोषणा नहीं की गयी है। एसकेएम की तरफ से यह घोषणा राकेश टिकैत द्वारा कहे गए ट्रैक्टर मार्च से कुछ अलग है।
राकेश टिकैत ने कहा था कि किसान ट्रैक्टर लेकर संसद पर चढ़ाई करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया कि संसद मार्च में किसानों और मजदूरों के अलावा महिलाएं, दलित-आदिवासी-बहुजन,बेरोजगार युवा और समाज का हर वर्ग हिस्सा लेगा। यह कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। एसकेएम की तरफ से कहा गया है कि किसानों की तरफ से 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए कुंडली-मानेसर-पलवर (केएमपी) एक्सप्रेस-वे को जाम किया जाएगा।
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