Farmers Protest Updates: भारतीय किसान संघ ने कहा किसानों से एमएसपी पर सुनिश्चित खरीद के लिए कानून बने, यहां पढ़ें दिनभर का पूरा अपडेट

(Farmers Protest Updates) कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी किसान ने बताया कि हमारी मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और एमएसपी पर सरकार बात करें। सरकार जल्द से जल्द इस कानून को रद्द करें नहीं तो हम दिल्ली के सारे हाईवे को ज़ाम कर देंगे। उधर, दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल की उपस्थिति में एक बैठक जारी।
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किसानों से एमएसपी पर सुनिश्चित खरीद के लिए कानून बने: भारतीय किसान संघ
जंतर-मंतर पर जाकर प्रदर्शन करने पर अड़े किसानों को हिरासत में लिया गया
नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने पर अड़े किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि नए कृषि कानून के विरोध में कई किसान संगठन प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर जा रहे थे। तभी पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसलिए उनको हिरासत में लिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि किसान डीएनडी के रास्ते दिल्ली में प्रवेश करना चाह रहे थे, लेकिन दलित प्रेरणा स्थल के पास सुबीर पहलवान सहित दर्जनों किसानों को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए गए किसान नेताओं को पुलिस लाइन में रखा गया है।
सीएम केजरीवाल ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसानों के मुद्दे पर केद्र सरकार पर निशाना साधते हुए देश के लोगों से अपील की है कि हम सभी को किसानों की इस लड़ाई में शामिल होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम ने मुझ पर आरोप लगाया कि मैंने दिल्ली में काले कानूनों को पारित किया है। इस नाजुक स्थिति में वह निम्न स्तर की राजनीति कैसे कर सकते हैं? इसे लागू करने के लिए राज्य सरकार पर निर्भर नहीं है। अगर ऐसा होता तो देश के किसान केंद्र के साथ बातचीत क्यों करते। कैप्टन साहब के आरोप के पीछे का कारण यह है कि हमने दिल्ली के नौ स्टेडियमों को जेलों में तब्दील नहीं होने दिया। केंद्र की योजना किसानों को इन स्टेडियमों में रखने की थी। वे मुझे परेशान कर रहे हैं क्योंकि मैंने उन्हें जेल बनाने की अनुमति नहीं दी थी।
किसानों के मुद्दों पर कैप्टन साहिब गंदी राजनीति ना करें | LIVE https://t.co/0LspcTFsDu
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 2, 2020
हजारों की संख्या में किसान चिल्ला बार्डर पर जमे, जंतर मंतर पर जाने पर अड़े
नए कृषि कानूनों के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ सिंह कल शाम से ही चिल्ला बार्डर पर जमे हुए हैं। वह संसद और जंतर मंतर जाने की मांग कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने केन्द्र सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग की साथ ही कहा कि नौकरशाहों और नेताओं को इससे दूर रखा जाए। दिल्ली पुलिस ने अवरोध लगा कर किसानों को रोक दिया है। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सिंह के नेतृत्व अलीगढ़, हाथरस, आगरा और गौतमबुद्ध नगर जिले के सैकड़ों किसान नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पहुंच गए। किसानों ने बॉर्डर पर जाम लगा दिया है। वे मुख्य मार्ग पर अपने ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े करके धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली में जंतर मंतर पर जाकर धरना देना चाहते हैं, अगर पुलिस उन्हें नहीं जाने देगी तो यहीं सड़क पर धरना देंगे लेकिन जब तक जंतर मंतर पर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी, रास्ता नहीं छोड़ेंगे।
किसान प्रदर्शन से आज भी यातायात प्रभावित
केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल होने के प्रमुख मार्गों पर लगातार सात दिनों से डटे होने के कारण बुधवार को भी यातायात धीमा रहा और लोगों को, खासकर ऑफिस जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सिंघु और टिकरी हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर को पुलिस ने यातायात के लिए अब भी बंद कर रखा है। वहीं शहर के उत्तर प्रदेश से लगने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन तेज हो गया है। दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर हो रहे प्रदर्शन के कारण राज्य को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग बंद है। यातायात पुलिस ने ट्वीट किया कि गौतम बुद्ध नगर के पास किसानों के प्रदर्शन के कारण नोएडा लिंक रोड' पर चिल्ला बॉर्डर बंद है। लोगों से नोएडा जाने के लिए 'नोएडा लिंक रोड' की बजाय एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया जाता है।
ऐसी सरकार की नीति और नियत पर कैसे शक सक कर सकते हैं
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जो मोदी सरकार किसानों की आय को दोगुनी करने के संकल्प के साथ काम कर रही हो। ऐसी सरकार की नीति और नियत पर कैसे शक सक कर सकते हैं? सरकार ने बातचीत के रास्ते खोल रखे हैं।जो किसानों को बहका रहे है उनकी नियत में खोट है। वे किसानों के हितैषी नहीं है।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। #FarmersProtest pic.twitter.com/oXpyKRdDYl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
दिल्ली की सीमाओं पर बुधवार को भारी पुलिस बल तैनात रहा और विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए कंक्रीट के तथा कई स्तरों वाले अवरोधक लगाए गए हैं। भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच लगातार सातवें दिन, हजारों की संख्या में किसान टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। पुलिस के अनुसार, किसानों के दिल्ली चलो के आह्वान के मद्देनजर सीमा पर एहतियात के तौर पर वाहनों की जांच तेज कर दी गई है।
#WATCH कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
प्रदर्शनकारी किसान ने बताया,"हमारी मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और MSP पर सरकार बात करें। सरकार जल्द से जल्द इस कानून को रद्द करें नहीं तो हम दिल्ली के सारे हाईवे को ज़ाम कर देंगे।" pic.twitter.com/De0WnWkSEg
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यूपी गेट केपास गाजीपुर बॉर्डर पर सीमेंट के और कई स्तरों वाले अवरोधक लगाए गए हैं जहां शनिवार से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आक्रोशित किसानों द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी बिंदुओं को बंद करने की धमकी देने के बाद यह कदम उठाये गए हैं। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने विभिन्न सीमा क्षेत्रों पर चौकसी बढ़ा दी है।
सभी आंतरिक और बाह्य बलों को सचेत कर दिया गया है। टिकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर के अलावा दिल्ली को हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले किसी अन्य सीमा क्षेत्र से विरोध प्रदर्शन की खबर नहीं है। ऐहतियात के तौर पर दिल्ली गुड़गांव सीमा पर भी सुरक्षा बलों की तैनाती मजबूत कर दी गई है।
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