Farmers Protest Live Updates: अमित शाह के प्रस्ताव को किसानों ने ठुकराया, की थी ये अपील, सिंघु बॉर्डर पर जारी रहेगा प्रदर्शन

(Farmers Protest Live Updates) बीते दिन दिल्ली के बॉर्डरों पर डेरा जमाए बैठे आंदोलनकारी किसानों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपील की थी कि वह आंदोलन खत्म करें, सरकार बातचीत के लिए तैयार है। आज रविवार को सिंधु बॉर्डर पर चल रही किसानों की बैठक खत्म हो गई है। किसान संगठनों ने गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। यानी कि अब दिल्ली- हरियाणा के किसान संगठन सिंधु बॉर्डर से बुराड़ी के निराकारी मैदान नहीं जाएंगे। किसानों ने कहा है कि उनका प्रदर्शन सिंधु बॉर्डर पर ही जारी रहेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने की अपील को किसानों ने ठुकरा दिया है। अब किसानों जंतर-मंतर और संसद भवन की तरफ कूच करने की बात कर रहे हैं।
नये कृषि कानून को लेकर केंद्र के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर जमे हुये है। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान दिल्ली में कूच करने को बेताब हो रहे है। ये किसान अपने 6 महीने का राशन लाये हुये है। इस बार किसान संगठन केंद्र सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर हजारों की संख्या में डेरा डालना शुरू कर चुके है। वहीं दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ रहे है। किसानों का प्रर्दशन उग्र होने लगा है। वहीं किसानों से बात करने के लिए रविवार को दिल्ली पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन किया है।
किसानों का अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान हजारों की संख्या में डेरा डाल रखा है। पुलिस ने बताया कि आंदोलनकारी किसान शांति से बैठे हैं और अब तक सहयोग कर रहे हैं।
आज उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का रविवार को समर्थन करते हुए केंद्र सरकार को इन कानूनों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी। इसके बाद किसानों के समर्थन में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि जिस तरह से किसानों को दिल्ली में आने से रोका गया है ऐसा लगता है कि वे देश के किसान नहीं बल्कि बाहर के किसान है। उनके साथ आतंकवादी जैसा बर्ताव किया गया है।
बीजेपी सांसद शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि किसानों की चिंता हम करते हैं और करते रहेंगे। किसान हमारे दिल में बसते हैं, किसानों को भड़काने का काम कोई न करें। हम जो फैसला लेते हैं वो किसानों के हित में होता है। लोगों के बीच गलतफहमी पैदा की जा रही है हमारी अपील है कि वो गलतफहमी के शिकार न हो।
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