Farmers Protest: राकेश टिकैत ने सरकार को चेताया, बोले- हम खड़ी फसलों को बर्बाद कर देंगे पर घर वापसी नहीं करेंगे

Farmers Protest नये कृषि कानूनों (Farmlaws) को लेकर केंद्र (Central Government) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Movement) करीब 2 महीनें से चल रहा है। दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर किसानों का जमावड़ा अभी भी लगा हुआ है। लेकिन उनकी संख्या कम होती जा रही है। इस बीच, केंद्र और किसानों के बीच रास्ता निकलता नहीं दिख रहा है। क्योंकि दोनों अपनी बातों पर अड़े हुये है। उधर, अप्रिय घटना को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस की भारी सुरक्षा बल तैनात है।
भारतीय किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि सरकार सोच रही है कि फसल आ जाएगी तो किसान घर वापस लौट जाएंगे। हमने कहा कि हम खड़ी फसलों को बर्बाद कर देंगे पर घर वापस नहीं जाएंगे। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। हमने रणनीति बनाई है कि जो किसान यहां रहेगा, फसल आएगी तो उसके खेत का काम गांव की कमेटी करेगी। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि होने के चलते किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मोर्चा ने एक बयान में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार खर्चों की गलत गणना करके कम न्यूनतम समर्थन मूल्य देती है और अब ईंधन के दामों में बढ़ोत्तरी होने से खेती में होने वाले खर्च में भी वृद्धि हो गई है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ ही देश की आम जनता को भी पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में होने वाली वृद्धि से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। लोग बढ़ते दामों का देशभर में विरोध कर रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) विधानसभा में रविवार दोपहर के भोजन के वक्त प्रदर्शनकारी किसानों की मेजबानी करेंगे, जहां वह उनसे तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों और अन्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगे। बहरहाल, सरकार एवं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बैठक में आमंत्रित किसान नेताओं के नामों की जानकारी नहीं दी। किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि शनिवार की शाम तक दिल्ली सरकार से उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला था।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS