गाजियाबाद में सौ करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी मामले में तीन गिरफ्तार, साथ ही पढ़ें नोएडा की टॉप न्यूज

गाजियाबाद (Ghaziabad Fraud) में बीमा के नाम पर ठगने वाले गैंग (Gang Busted) का खुलासा किया गया है। आरोपियों ने देशभर में दस हजार लोगों से करीब सौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी (Cheated) की है। साइबर सेल और इंदिरापुरम पुलिस (Ghaziabad Police) ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी स्थित एक फ्लैट से तीन आरोपियों को गिरफ्तार (Three Arrested) किया है। इनके कब्जे से 14 मोबाइल और 33 एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी सेवा प्रदाता कंपनी से सरकारी कर्मचारियों का डेटा खरीदकर रिटायर्ड कर्मचारियों को चिन्हित करते थे। इसके बाद ईपीएफ कार्यालय से होने का हवाला देकर फोन करते थे। बीमा राशि परिपक्व होने की जानकारी देकर कर्मचारियों को बातों में उलझाते थे। जब पीड़ित को यकीन हो जाता था तब आरोपी प्रोसेसिंग फीस के नाम पर निश्चित रकम लोगों से मांगते थे। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद लोगों को धोखाधड़ी की जानकारी होती थी।
पुलिस ने तीन बदमाशों को किया गिरफ्तार, हथियार बरामद
गाजियाबाद में नगर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक वकील ने पुलिस से खुदके रक्षा के लिए गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि तीन बदमाशों ने उनकी सुपारी ली है। वह उन्हें मार डालेंगे। पूरी बात सुनने के बाद पुलिस हरकत में आई और सूचना फ्लैश कर दी। विजयनगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान तीनों आरोपियों को पिस्टल, कारतूस और चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने केस दर्ज तीनों को जेल भेज दिया। विजयनगर एसएचओ महावीर सिंह चौहान ने बताया कि आरोपियों की पहचान थाना कोतवाली के जटवाड़ा डासना गेट राहुल चौधरी व ऋषभ तथा कल्लूपुरा निवासी अनुज शर्मा के रूप में हुई। नगर कोतवाली निवासी वकील इंसाफ अली शुक्रवार को अपने साथी के साथ विजयनगर के मवई निवासी अपने मुवक्किल के पास आए थे। वहां उन्हीं के पास काम करने वाला ऋषभ भी कॉल करके वहीं पहुंच गया।
बिल्डिंग का निर्माण साइड पर मिला मजदूर का शव, लोगों ने किया हंगामा
ग्रेटर नोएडा के विवो मोबाइल कंपनी की बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है। आज सुबह फैक्ट्री परिसर में एक मज़दूर का शव पड़ा मिला। मामले की जानकारी होते ही मौके पर मौजूद मृतक के अन्य साथी हंगामा करने लगे और हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करते हुए फैक्ट्री के गेट पर इकट्ठा हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। जानकारी के मुताबिक संतोष (30 वर्ष) निवासी नेपाल ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र में निर्माणाधीन विवो मोबाइल कंपनी के निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहा था और फैक्ट्री परिसर में बने अस्थाई आवास में रह रहा था। संतोष के साथियों ने बताया शनिवार रात वह काम करने के बाद सो गया था और रविवार सुबह उसका शव कमरे में पड़ा मिला। मामले की जानकारी होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
दिल्ली-एनसीआर में हर महीने हो रहे 40 से 60 हजार वाहनों का चालान
नोएडा या ग्रेटर नोएडा में यातायात नियम तोड़ने पर बीते सालों में चालान हुआ है और अभी तक भुगतान नहीं किया है, तो अब आपके पास अच्छा मौका है। अब 11 सितंबर को कोर्ट में लगने वाली लोक अदालत में छूट के साथ चालान का भुगतान कर सकते हैं। पुलिस रिकार्ड में चालान का भुगतान नहीं करने वाले करीब 15 लाख 50 हजार वाहन चालक हैं। यातायात पुलिस हर महीने 40 से 60 हजार वाहनों का चालान कर रही है। इनमें सबसे ज्यादा बिना हेलमेट, नो पार्किंग व बिना सीट बेल्ट आदि के किए जा रहे हैं। नोएडा में पुलिसकर्मी मोबाइल फोन से फोटो खींचकर नियम तोड़ने वाले वाहनों का चालान कर रहे हैं। इनके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, एमपी टू एलिवेटेड रोड, सेक्टर-31-25, 57 व नोएडा स्टेडियम चौराहे पर लगे कैमरों के जरिए भी चालान किए जा रहे हैं।
किन्नर ने वार्ड से चुराया था नवजात
गाजियाबाद के मुरादनगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला वार्ड से शनिवार तड़के सीआरपीएफ के दरोगा के नवजात पोते को एक किन्नर ने अपने साथी के साथ मिलकर चुरा लिया। घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिल्ली-मेरठ हाईवे जाम कर दिया। उन्होंने बच्चा चोरी में अस्पताल कर्मियों का हाथ होने का आरोप लगाते हुए सीएचसी प्रभारी समेत 11 पर केस दर्ज कराया। रात करीब 11:30 बजे पुलिस ने आरोपी किन्नर और उसके साथी को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया। इससे पहले सीएमओ ने वार्ड की आया और सफाईकर्मी को निलंबित कर एक वार्ड ब्वॉय का ट्रांसफर कर दिया था।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS