Delhi: योग को लेकर आतिशी का बयान, कहा- बच्चों का तनाव दूर करने के लिए जरूरी

Delhi: योग को लेकर आतिशी का बयान, कहा- बच्चों का तनाव दूर करने के लिए जरूरी
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दिल्ली सरकार के स्कूलों में माइंडफुलनेस के साथ अब योग को भी बच्चों की जिन्दगी का हिस्सा बनाया जायेगा| यह बातें दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने हैप्पीनेस सप्ताह के दूसरे दिन आयोजित योग व ध्यान कार्यक्रम के दौरान कही।

वर्तमान के चुनौतीपूर्ण माहौल में आमतौर पर बच्चों में तनाव स्थिति व एकाग्रता की कमी पाई जाती है। ऐसे में इन समस्याओं से निपटने के लिए योग और ध्यान बेहद कारगार उपाय है। ऐसे में दिल्ली सरकार के स्कूलों में माइंडफुलनेस के साथ अब योग को भी बच्चों की जिन्दगी का हिस्सा बनाया जायेगा। यह बातें दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने हैप्पीनेस सप्ताह के दूसरे दिन आयोजित योग व ध्यान कार्यक्रम के दौरान कही। दरअसल हैप्पीनेस सप्ताह के दूसरे दिन केजरीवाल सरकार ने अपने स्कूली बच्चों के लिए माता अमृतानंदमयी के यूथ विंग आयुध के साथ योग व ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास व ध्यान किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री आतिशी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई और छात्रों को अपने दैनिक जीवन में योग और माइंडफुलनेस अपनाने को प्रेरित किया। आतिशी ने कहा कि भारत में हज़ारों वर्षों से ध्यान और योग का अभ्यास किया जा रहा है।

आज हमें गर्व महसूस होता है कि भारतीय ध्यान और योग परंपरा ने सैकड़ों वर्षों से दुनियाभर के लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना सिखाया हैं। और अब एक बार फिर हमें इसे अपनी सामान्य जिन्दगी का हिस्सा बनाने की जरुरत है। आतिशी ने कहा कि बचपन से ही बच्चों के मन में यह विचार घर कर जाता है कि उनके स्कूल आने और पढ़ाई करने का एकमात्र उद्देश्य अच्छे ग्रेड हासिल करना और भविष्य में अच्छी नौकरी हासिल करना है। ऐसे में अक्सर विद्यार्थियों को स्ट्रेस होता है, उनकी एकाग्रता में कमी आती है और वे अन्य बहुत सी समस्याओं का सामना करते है। ऐसे में इन समस्याओं से निपटने के लिए योग और ध्यान बेहद कारगार साबित होते है।

माइंडसेट करिकुलम से बच्चों का दूर होता है तनाव

आतिशी ने कहा कि हमने अपने स्कूलों में विभिन्न माइंडसेट करिकुलम की शुरुआत की। इसके साथ अब जब हमारे स्कूलों के बच्चे माइंडफुलनेस के द्वारा अपने दिन की शुरुआत करते है, तो उनका सारा तनाव दूर हो जाता है और वो पढ़ाई पर फोकस कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी पाठ्यक्रम बच्चों के लिए आवश्यक हैं, क्योंकि जहां अच्छे ग्रेड हासिल करना या अच्छी नौकरी पाना महत्वपूर्ण है, वहीं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे अच्छे इंसान बनें। एक अच्छा इंसान बनना अच्छे अंक पाने या अच्छी नौकरी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।

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