लाल किले से संबोधन में पीएम मोदी ने कही ऐसी बात, सुनकर आप भी हो जाएंगे भावुक

75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को (PM Narender Modi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित किया गया। इस दौरान उन्होंने कोरोना में सबसे आगे आकर लोगों मदद करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों से लेकर सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही देश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को भी धन्यवाद कर देश के नाम कई योजनाओं को किया है। इसबीच ही पीएम मोदी ने एक ऐसी बात कही जिसे सुनकर हर कोई भावुक हो गया। प्रधानमंत्री ने 1947 में देश के बंटवारे को पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक करार दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह दर्द आज भी हिंदुस्तानियों के सीने को छलनी करता है। उन्होंने कहा अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा। ''हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है।'' उन्होंने कहा, ''कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है। अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।'' प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देश की आजादी में अपने प्राणों की आहूति देने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुभाष चंद्र बोस से लेकर रानी लक्ष्मीबाई को किया याद
पीएम मोदी ने इस मौके पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान जैसे महान क्रांतिकारियों के अलावा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई सहित अन्य सेनानियों को याद किया। उन्होंने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू जी हों, देश को एकजुट राष्ट्र में बदलने वाले सरदार पटेल हों या फिर भारत को भविष्य का रास्ता दिखाने वाले बाबासाहेब अम्बेडकर, देश ऐसे हर व्यक्तित्व को याद कर रहा है, देश इन सबका ऋणी है।''
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