मुंडका अग्निकांड : घटनास्थल पर डेढ़ घंटे देरी से पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, इस शख्स ने अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर बचाई 50 लोगों की जान

देश की राजधानी दिल्ली के मुंडका (Mundka) में आग लगने की घटना के बाद दमकल की गाड़ियां (fire brigade) देर से पहुंचने के आरोपों के बीच इमारत में फंसे लोगों के लिए एक क्रेन चालक भगवान बनकर सामने आया है। क्रेन चालक (crane driver) ने आग में घिरे करीब 50 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। दयानंद तिवारी (Dayanand Tiwari) क्रेन चला रहे थे।
उनके साथ क्रेन के मालिक भी मौजूद थे। तिवारी ने क्रेन और स्थानीय लोगों की मदद से 50 से ज्यादा लोगों को बचाया। क्रेन चालक दयानंद तिवारी ने कहा वे दुखी हैं क्योंकि आग के तेजी से फैलने के कारण वे और लोगों को नहीं बचा सके। तिवारी ने कहा, 'मैं मुंडका उद्योग नगर से आ रहा था तभी मैंने इमारत में आग लगी देखी।
क्रेन की मदद से हमने करीब 50 लोगों को बचाया, जिनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थी। तिवारी के साथ क्रेन का मालिक और एक सहायक भी था। तिवारी ने आगे बताया कि डेढ़ घंटे बाद दमकल की गाड़ियां (fire brigade) मौके पर पहुंचीं।
वह बहुत डरावना नजारा था।' बात दें इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 29 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं दुर्घटना इतनी बड़ी होने का कारण भवन निर्माण में अनियमितता और नियमों का पालन न करना माना जा रहा है। वहीं इसका एक मुख्य कारण यह भी रहा है कि भवन से बाहर निकलने के लिए एक ही गेट था।
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