Tihar Jail में बड़ा बदलाव, 80 अधिकारियों का हुआ तबादला, वजह चौंकाने वाली

दिल्ली में स्थित तिहाड़ जेल (Tihar Jail) अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। कभी यहां पर गैंगवार (Gangwar) देखने को मिलता है, तो कभी किसी कैदी के द्वारा आत्महत्या कर ली जाती है। ऐसे में जेल की सुरक्षा (Jail Security) पर गंभीर सवाल खड़े होते है। इसी कड़ी में तिहाड़ प्रशासन (Tihar Administration) की तरफ से सख्त कदम उठाया गया है। टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) की हत्या के बाद जेल प्रशासन ने 80 पुलिसकर्मियों (Police Officials) का तबादला कर दिया है। इसमें 5 डिप्टी सुपरिटेंडेंट, 9 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट, 8 हेड वार्डन, 50 वार्डन शामिल हैं। इससे पहले भी तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से इसी तरह की कार्रवाई की गई थी। बीते 11 मई को 99 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया था, इसके बाद अब यह संख्या बढ़कर 179 हो गई है।
तिहाड़ जेल में कैदियों सुरक्षा पर उठे बड़े सवाल
बीते 22 मई यानि सोमवार को अदालत से दोषी ठहराए जाने के बाद एक कैदी ने संदिग्ध हालत में आत्महत्या कर ली थी। जिस व्यक्ति ने सुसाइड किया था, उसकी उम्र महज 26 वर्ष थी। तिहाड़ जेल प्रशासन ने बताया था कि कैदी को लूट के मामले में अदालत ने दोषी ठहराया था, जिसके कुछ घंटे बाद ही जेल के बाथरूम में लटका हुआ पाया गया।
टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) को जितेंद्र गोगी गैंग के चार सदस्यों दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान ने 2 मई की सुबह मौत के घाट उतार दिया था। इन लोगों ने ताजपुरिया पर तकरीबन 92 बार वार किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें जेल के कर्मी मूकदर्शक बनकर खड़े रहे थे। किसी ने भी आरोपियों को रोकने का प्रयास नहीं किया था।
टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) की हत्या से पहले भी दो बड़े मर्डर हो चुके हैं। पहले 14 अप्रैल 2023 तिहाड़ जेल के भीतर हुए गैंगवार में प्रिंस तेवतिया (Prince Tewatia) की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भी तिहाड़ जेल प्रशासन पर बड़े गंभीर सवाल खड़े हुए थे। न्यायिक हिरासत में भी पुलिस उसकी सुरक्षा करने में नाकाम रही थी।
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टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया के बाद बात करते हैं अंकित गुर्जर की। उसकी भी 3 अगस्त 2021 को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में ही मारा गया था। इस मामले की सीबीआई (CBI) ने भी जांच की थी। इस घटना में जेल उपाधीक्षक की भूमिका संदिग्ध तौर पर सामने आई थी। उपाधीक्षक को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया था। साथ ही, इसके साथ कई और भी जेलकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया था।
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