सर्द रातों में सड़कों पर नहीं दिखेगा कोई बेघर, सरकार का विंटर एक्शन प्लान तैयार

नई दिल्ली। दिल्ली में सर्द रातों में कोई भी बेघर सड़कों पर ना रहे इसके लिए दिल्ली सरकार ने बेघरों के लिए विंटर एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इस बात की जानकारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने समीक्षा बैठक के बाद दी। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) के माध्यम से विभिन्न रैन बसेरों में बेघरों को आश्रय और भोजन प्रदान करती है। इस साल भी सर्दियों की शुरुआत से ही दिल्ली सरकार ने बेघरों के लिए विंटर एक्शन प्लान तैयार कर लिया है और मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विभिन्न संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि रैन बसेरों में रहने वाले लोग समाज के सबसे गरीब तबके में शामिल होते हैं और इनकी ओर कोई सरकार ध्यान नहीं देती। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की सरकार इन्हें भी बेहतर जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली में हर साल कड़ाके की ठंड पड़ती है, ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि किसी भी बेघर व्यक्ति ठंड में आश्रय के लिए भटकना पड़े। इसके लिए सरकार ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में 17 हजार से ज्यादा लोगों के रहने की क्षमता वाले 195 स्थायी, अस्थायी व पोर्टा केबिन वाले रैन-बसेरे स्थापित किए हैं। साथ ही सर्दियों में जरुरत पड़ने पर सरकार इनकी क्षमता बढ़ाएगी। कंट्रोल रूम से 011-23378789 व 011-23370560 इन नंबरो के माध्यम से भी संपर्क स्थापित किया जा सकता है।
विंटर एक्शन प्लान के तहत डूसिब ने केंद्रीयकृत कंट्रोल रूम बनाया
समीक्षा बैठक में अधिकारियों में उप मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि बेघरों के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत डूसिब ने एक केंद्रीकृत कंट्रोल रूम बनाया है, जो 24><7 7 काम करेगा। साथ ही पांच अंकों का हेल्पलाइन नंबर 14461 भी जारी किया है। इस हेल्पलाइन के माध्यम से लोग डूसिब को बेघरों के विषय में जानकारी दे सकते हैं और डूसिब की बचाव टीम वहां पहुंचकर बेघरों को नजदीकी रैन बसेरे तक पहुंचाने का काम करेगी।
पूरी दिल्ली में लगायी गईं 15 बचाव टीमें
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अधिकारियों ने बताया कि डूसिब ने इस साल 15 बचाव टीमों को पूरी दिल्ली में लगाया है। ये बचाव टीम अपने अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में रात के 8 बजे से सुबह 4 बजे तक लगातार सर्विलांस करती है और बेघरों को शेल्टर होम तक रेस्क्यू करने का काम करती है। वहीं अधिकारियों ने पिछले दिनों की रेस्क्यू की जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम को बताया कि बचाव टीम ने पिछले कुछ हफ़्तों में ही 1500 से ज्यादा लोगों को रेसक्यू करने का काम किया है।
डूसिब के रैन बसेरों में दी जा रही हैं ये सुविधाएं
दिल्ली में बेघरों के लिए रैन बसेरों का इंतजाम डूसिब करता है। डूसिब के रैन-बसेरों में आश्रितों को रहने की सभी सुविधाएं, पीना का पानी,शौचालय,लॉकर आदि सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इन रैन-बसेरों में सीसीटीवी कैमरा भी लगाए गए है। साथ ही दिल्ली एकमात्र ऐसा शहर है जो रैन-बसेरों में रहने वाले लोगों को दिन में 3 बार मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाता है। शेल्टर होम में रहने वाले लोग नजदीकी मोहल्ला क्लिनिक से अपना इलाज करवा सकते है तथा किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में रेस्क्यू टीम उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाने का काम करेगी। डूसिब ने महिलाओं के लिए 17, ड्रग-एडिक्ट्स के लिए 4 शेल्टर होम व सराय काले खां, गीता घाट और कबीर बस्ती में 3 रिकवरी रैन बसेरे भी निर्मित किए हैं।
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